मुंबई:
महाराष्ट्र की राजनीति ने एकबार फिर पलटी मारी है, दोपहर तक तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने वाले देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल से मिलने के बाद खुद ही एलान कर दिया कि वह सरकार में नहीं रहेंगे और महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे होंगे जो आज शाम सात बजे एकेले ही शपथ लेंगे क्योंकि उनके साथ बग़ावत करने वाले दुसरे विधायक अभी मुंबई नहीं लौटे हैं.

देवेंद्र फडणवीस की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे भी मौजूद थे. पत्रकार वार्ता के दौरान फडणवीस ने उद्धव ठाकरे पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि हमे 2019 में 105 सीटें मिली थीं, उस चुनाव से पहले हमारा और शिवसेना का गठबंधन था. सरकार बनाने के लिए शविसेना अपने विरोधी विचार धारा वाली पार्टियों से जाकर मिल गई. एनसीपी और कांग्रेस से गठबंधन करके सरकार बना लिया और हमको छोड़ दिया.

फडणवीस ने कहा कि शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ सरकार जनता के द्वारा मिले बहुमत का अपमान किया है. उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी सरकार महाभ्रष्ट सरकार थी. पिछले ढाई साल में इस सरकार के दो मंत्री जेल चले गए हैं. उन्होंने कहा कि महाअघाड़ी के कई ऐसे नेता जिनके संबंध दाउद तक से थे. महाअघाड़ी सरकार में रोज हिन्दुत्व का अपमान होता था.

फडणवीस ने कहा, ‘शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पिछले ढाई साल से रुके हुए कई मुद्दों को प्रभावी ढंग से हल करेगी. मराठों, ओबीसी को आरक्षण और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को पूरा करना नई सरकार की प्राथमिकताएं होंगी.’

इससे पहले दिन में शिंदे गोवा से मुंबई पहुंचे और देवेंद्र फडणवीस के आवास गए. गवर्नर हाउस के लिए रवाना होने से पहले दोनों ने एक संक्षिप्त बैठक की.

भाजपा ने कहा है कि उसे कुल 170 विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जिसमें शिंदे के बागी गुट के विधायक भी शामिल हैं. शिंदे के शहर में आने को देखते हुए मुंबई पुलिस ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए थे. सड़कें खाली कर दी गईं ताकि दक्षिण मुंबई के मालाबार हिल स्थित फडणवीस के आधिकारिक बंगले ‘सागर’ में जाने के दौरान शिंदे के काफिले को कोई बाधा न आए.