फ़तेहपुर बाराबंकी:
डॉपलर क्लासेज में अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में डॉपलर क्लासेज के संचालक एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नगर अध्यक्ष भूपेंद्र वर्मा ने कहा की 8 सितम्बर को हर साल विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाता हैं आज के समय में निरक्षर होना एक अभिशाप हैं।

हर देश अशिक्षा की सामाजिक परेशानी से परेशान हैं इसी दिशा में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा साक्षरता दिवस हर साल मनाकर लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जाता हैं। शिक्षित होना अर्थात् अक्षर ज्ञान होना सरल शब्दों में कहे तो साक्षरता का आशय पढने लिखने की क्षमता का होना हैं। समाज की यह सोच चिंता का विषय हैं दूसरी तरफ 6 से 14 वर्ष की आयु करोड़ों ऐसे बच्चे हैं जो शिक्षा से पूर्ण रूप से कटे हुए हैं या तो वे बाल मजदूरी करते है अथवा उन्हें घर के काम में ही लगा दिया जाता हैं।

हर व्यक्ति का एक उद्देश्य होता है,कि वह एक सफल और खुशनुमा जिंदगी व्यतीत करे और इसी सफल और खुशनुमा जीवन के लिए जरूरी होता है आपका किसी ऊंचे स्तर पर काम करना आज हर किसी की अपेक्षा होती है बड़ा आदमी बनना, पैसा कमाना अच्छा पैसा कमाने के लिए काफी हद तक शिक्षा जरूरी होती है क्योंकि, जबतक आप शिक्षित नहीं है तब तक आ प किसी बड़े स्तर पर काम नहीं कर सकते है।

इस मौके पर संस्थान के सहयोगी अजीत बैसवार, शिक्षक शशांक मिश्रा, शिक्षक अमर वर्मा, अंजली वर्मा, ईशा निगम , लव कुश कुमार, अभिषेक कुमार दीपक गोस्वामी मनोज सिंह लक्ष्मी वर्मा विभू पाठक श्रीअंक यादव शिवम शर्मा आलोक सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।