नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ICICI बैंक की पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर व CEO चंदा कोचर के पति दीपक कोचर को गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई ICICI Bank-Videocon केस में हुई है, जो कि साल 2012 में वीडियोकॉन ग्रुप को ICICI बैंक से मिले 3,250 करोड़ रुपये के लोन से जुड़ा है. इस मामले में यह पहली बड़ी गिरफ्तारी है. दरअसल 2012 में वीडियोकॉन ग्रुप के प्रमुख वेणुगोपाल धूत को ICICI बैंक की ओर से 3250 करोड़ रुपये का लोन दिया गया था. यह लोन कुल 40 हजार करोड़ रुपये का एक हिस्सा था जिसे वीडियोकॉन ग्रुप ने SBI के नेतृत्व में 20 बैंकों से लिया था.

आरोप है कि वेणुगोपाल धूत ने 2010 में 64 करोड़ रुपये न्यूपावर रीन्यूएबल्स प्राइवेट लिमिटेड (NRPL) को दिए थे, जिसे धूत ने ICICI बैंक की तत्कालिक एमडी व सीईओ दीपक कोचर और दो अन्य रिश्तेदारों के साथ मिलकर खड़ा किया था. आरोप है कि दीपक कोचर समेत उनके परिवार के सदस्यों को कर्ज पाने वालों की तरफ से वित्तीय फायदे पहुंचाए गए. साथ ही ICICI बैंक से लोन मिलने के 6 महीने बाद धूत ने कंपनी का स्वामित्व दीपक कोचर की एक ट्रस्ट को 9 लाख रुपये में ट्रांसफर कर दिया. वीडियोकॉन को लोन देने में कथित हेराफेरी के मामले में चंदा कोचर को अक्टूबर 2018 में इस्तीफा देना पड़ा था.

ED ICICI बैंक द्वारा वीडियोकॉन समूह को दिये गये ऋण मामले में हुई अनियमितताओं और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर और कई अन्य के खिलाफ जांच कर रहा है. कुछ दिन पहले ही धूत, चंदा कोचर और उनके पति के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी हुआ था. ED ने इस साल जनवरी में चंदा कोचर और उनके परिवार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 78 करोड़ रुपये मूल्य की सं​पत्ति जब्त की थी. इसमें कोचर का मुंबई स्थि​त फ्लैट और उनके पति की कुछ प्रॉपर्टीज शामिल थीं.