कॉरपोरेट नहीं आम जनता के पक्ष में बने अर्थनीति – अखिलेन्द्र प्रताप सिंह
गुमला
आज देश के सामने जो चुनौतियाँ मौजूद है और जिस तरह का संकट गहराया है उसके लायक तैयारी देश के राजनीतिक दलों की नहीं है। इसी खालीपन का फायदा उठाकर भारतीय जनता पार्टी इस देश में पूंजी की तानाशाही को लागू करने में लगी है। भाजपा-आरएसएस के नेतृत्व में कारपोरेट-हिंदुत्व गठजोड़ देश की प्राकृतिक संपदा, सार्वजनिक सम्पदा और आर्थिक संसाधनों को लूटने में लगा है। पिछले दस वर्षों में अरबपतियों की संख्या और आर्थिक असमानता में खासी वृद्धि हुई है। देश की सत्ता पर कारपोरेट घरानों का नियंत्रण स्थापित हो गया है। वह नीति निर्धारित कर रहें है। विपक्ष दल भी दरअसल इसी कारपोरेट निर्भर अर्थनीति के पैरोकार है। यहीं वजह है कि वह भाजपा-आरएसएस सत्ता का कारगर मुकाबला नहीं कर पा रहे है। आज कारपोरेट पक्षीय नीतियों को बदल कर आम नागरिक के पक्ष की अर्थनीति के लिए काम करना होगा। हम मौजूदा विपक्ष पर इस दिशा में काम करने के लिए दबाव बनाने का काम कर रहे हैं। यह बातें आज गुमला परिसदन में आयोजित पत्रकार वार्ता में आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट के संस्थापक सदस्य अखिलेन्द्र प्रताप सिंह ने कहीं।
उन्होंने कहा कि देश में आर्थिक संसाधनों की कोई कमी नहीं है प्रख्यात अर्थशास्त्रियों का यह कहना है कि यदि देश के कॉर्पोरेट घरानों की संपत्ति पर समुचित टैक्स लगाया जाए और काली पूंजी की अर्थव्यवस्था को नियंत्रित किया जाए तो देश का अभी जितना बजट है लगभग उसके बराबर और आर्थिक संसाधन जुटाए जा सकते हैं। इससे देश के हर नागरिक के लिए गुणवत्तापूर्ण और मुफ्त शिक्षा-स्वास्थ्य, रोजगार, सम्मानजनक पेंशन और भोजन के अधिकार की गारंटी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि इस सवाल पर पूरे देश में रोजगार अधिकार अभियान संचालित हो रहा है जिसे झारखंड में भी बढ़ाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि आज देश को तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर बनना होगा। भारत-पाकिस्तान के हाल में हुए युद्ध में विदेश निर्भर तकनीकी के कारण हमें खराब स्थितियों का सामना करना पड़ा। हमें राफेल बेचने वाले फ्रांस ने इसका सोर्स कोड तक देने से इनकार कर दिया। हम अमेरिका और यूरोप से आयातित तकनीक के बदौलत तरक्की नहीं कर सकते। देश को अपने पैरों पर खड़ा होना होगा।
पत्रकार वार्ता के आयोजक झारखंड नवनिर्माण दल के केंद्रीय संयोजक विजय सिंह ने कहा कि राज्य में खनिज, प्राकृतिक संसाधनों की लूट तथा सरकारी महकमों में कमीशनखोरी, भ्रष्टाचार से राज्य के लोग त्रस्त हैं। इन समस्याओं के हल के लिए झारखंड में ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट व झारखंड नवनिर्माण दल जैसी ताकत को मजबूत करने की जरूरत है। उन्होंनें अलग राज्य गठन के 25 वर्षों बाद भी स्थानीय व नियोजन नीति नहीं बनने को राज्य के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि झारखंड में राजनीतिक विकल्प देने के लिए पार्टी व्यापक अभियान व आंदोलन संगठित करेगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में झारखंड नवनिर्माण दल केंद्रीय समिति सदस्य सह महिला नेत्री पुष्पा उरांव, सुकरा मुंडा, एआईपीएफ प्रदेश प्रवक्ता हाफिजुर रहमान मुख्य रूप से उपस्थित रहे।