टीम इंस्टेंटखबर
लोकसभा स्पीकर ओम बिडला ने शुक्रवार को यूपी विधानसभा को पेपरलेस करने के लिए लागू नई तकनीक ‘ई विधान’ के औपचारिक शुभारंभ किया. इस दौरान सत्तापक्ष से लेकर विपक्ष तक के नेता शामिल थे.

ई-विधान कार्यक्रम के दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिडला ने यूपी को देश की आध्यत्मिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक चेतना के केंद्र की संज्ञा देते हुए विधानसभा के गौरवशाली इतिहास को भी रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की विधानसभा शायद देश की सबसे बड़ी विधानसभा होगी, यह प्रदेश वो प्रदेश हैं जहां के सांसद देश के प्रधानमंत्री हैं. राष्ट्रीय राजनीति के अंदर भी उत्तर प्रदेश की विशेष भूमिका रही है. ओम बिड़ला ने यूपी में ‘ई-विधान’ व्यवस्था को लागू करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को धन्यवाद भी दिया.

यूपी के सीएम योगी ने कहा कि हम सदन में उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता के हित के लिए चिंतन-मनन करने के लिए आये हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशानुरूप शासन को तकनीकी से जोड़ने का कार्य हो रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल मिशन को बढ़ाते हुए ‘वन नेशन वन एप्लिकेशन’ के भाव के साथ विधानसभा में ‘ई-विधान’ प्रणाली लागू की गई है.

सीएम योगी ने कहा कि हमने दो साल पहले ही पेपरलेस बजट को प्रस्तुत कर लिया था. ई-कैबिनेट और ई-बजट के बाद अब पूरी विधानसभा की कार्यवाई को पेपरलेस कर रहे हैं. 23 मई से शुरू हो रहे सत्र में आवश्यकतानुसार दस्तावेजों की हार्डकॉपी मिल सकेगी लेकिन आगामी सत्रों से सब कुछ पूरी तरह पेपरलेस होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि अब विधायकों को सदन में बहुत मोटा बैग लाने की ज़रूरत नहीं होगी.