दिल्ली:
देश में धीरे धीरे सबकुछ डिजिटल हो रहा है, करेंसी भी. नोटों की छपाई का झंझट ही ख़त्म। RBI ने कहा है कि आम लोगों के लिए इसी महीने ई-रुपये यानि डिजिटल करेंसी में लेनदेन की सुविधा शुरू कर दी जाएगी. फिलहाल Digital Currency का पायलट प्रोजेक्ट के तहत अभी ट्रायल किया जा रहा है और इसमें केवल 9 बैंक शामिल किए गए हैं.

बता दें कि बैंकों को सरकारी प्रतिभूतियों में द्वितीयक बाजार लेनदेन के निपटान के लिए इसका इस्तेमाल करने की अनुमति मिल गई है. बैंकों ने मुद्रा के नए रूप का उपयोग करते हुए पहले दिन 275 करोड़ रुपए के बांड का कारोबार किया और ई-रुपये के ट्रायल का रिटेल पार्ट इसी महीने लॉन्च किया जाएगा

RBI के गवर्नर का कहना है कि अभी डिजिटल रुपी को केवल 9 बैंकों के लिए जारी किया गया है, लेकिन जल्द ही आम लोग भी डिजिटल रुपए का फायदा उठा सकेंगे. उन्होंने कहा कि जल्द ही ई-रुपये की सुविधा आम लोगों के लिए भी उपलब्ध कराने की तैयारी चल रही है. इसके साथ रही डिजिटल रुपये की पारदर्शिता को बरकरार रखने पर भी काम चल रहा है और जल्द ही देशभर में इसका इस्तेमाल शुरू कर दिया जाएगा. शक्तिकांत दास ने कहा है कि ग्लोबल इकोनॉमी इस समय बड़े बदलाव से गुजर रही है और सभी बड़े देश अपनी मौद्रिक नीतियों में बदलाव कर रहे हैं. ऐसे में भारत भी इस पर तेजी से काम कर रहा है.

महंगाई के लक्ष्य से चूकने के लिए आरबीआई द्वारा सरकार को लिखे जाने वाले पत्र को जारी न करने से पारदर्शिता से किसी भी तरह से समझौता नहीं किया गया है. मूल्य स्थिरता, निरंतर विकास और वित्तीय स्थिरता परस्पर अनन्य नहीं होनी चाहिए. भारत आज दुनिया के लिए लचीलापन और आशावाद की तस्वीर पेश करता है. सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) ट्रायल का रिटेल पार्ट इस महीने के अंत में लॉन्च किया जा सकता है.

रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि डिजिटल रुपये को लांच करने को लेकर हम कोई जल्दबाजी नहीं कर रहे हैं. इसे आम ग्राहकों को उपलब्ध कराने से पहले सभी पहलुओं की जांच कर लेना चाहते हैं. इस करेंसी के आने के बाद बिजनेस सेक्टर में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. यही कारण है कि फिलहाल डिजिटल रुपये को लांच करने को लेकर कोई डेडलाइन नहीं बना रहे, लेकिन हमारी कोशिश होगी नवंबर में ही इसे आम ग्राहकों को इस्तेमाल के लिए उपलब्ध करा सकें.