नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच सिडनी के मैदान पर शुरू हो गया है, हालांकि इस बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ब्रिस्बेन में होने वाले चौथे टेस्ट मैच को लेकर लगातार आमने सामने बने हुए हैं। कुछ समय पहले खबर आई थी कि बीसीसीआई ने सीए को ब्रिस्बेन में क्वारंटीन के कड़े नियमों के चलते चौथा टेस्ट मैच किसी एक ही शहर में आयोजित करने की बात कही थी, हालांकि सीए ने साफ किया है कि वह गाबा के मैदान पर चौथा टेस्ट मैच कराने के लिये प्रतिबद्ध है।

इसके अलावा क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने यह भी कहा था कि उन्हें चौथे टेस्ट मैच के लिये बीसीसीआई की ओर से कोई भी आधिकारिक रिक्वेस्ट नहीं की गई है। वहीं अब एक मीडिया रिपोर्ट सामने आई है जिसके अनुसार बीसीसीआई ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को आधिकारिक रूप से लेटर लिख कर साफ किया है कि भारतीय टीम ब्रिस्बेन में होने वाले चौथे टेस्ट मैच के लिये उड़ान नहीं भरेगी, ऐसे में बोर्ड को इसे आयोजित कराने के लिये किसी दूसरे स्थान की तलाश करनी होगी वरना सीरीज को सिडनी में ही समाप्त समझा जाये।

माना जा रहा है कि बीसीसीआई ने यह सख्त लेटर क्वींन्सलैंड की हेल्थ मिनिस्टर के उस बयान के चलते लिखा है जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर भारतीय टीम को नियमों का पालन नहीं करना है तो उसे ऑस्ट्रेलिया का दौरा ही नहीं करना चाहिये।

गौरतलब है कि भारतीय टीम के खिलाड़ी काफी लंबे समय से बायोबबल में वक्त बिताते हुए आ रहे हैं। बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज का हिस्सा बने ज्यादातर भारतीय खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर आने से पहले यूएई में आयोजित हुए आईपीएल के 13वें सीजन के लिये लगभग 3 महीने तक बायोबबल में रहे थे। ऐसे में बीसीसीआई (BCCI) नहीं चाहता कि भारतीय खिलाड़ी अपने दौरे का अंत एक फिर कठिन क्वारंटीन के बीच करें।

एसईएन की रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को इन सख्त नियमों को लेकर आधिकारिक रूप से एक लेटर लिखा है, जिसमें बीसीसीआई ने भारतीय खिलाड़ियों के लंबे समय से क्वारंटीन में रहने का जिक्र करते हुए बताया है कि वो लगभग 1 महीने का आइसोलेशन बिता चुके हैं।

एसईएन के रिपोर्टर जिम्मी स्मिथ ने अपनी रिपोर्ट में कहा,’बीसीसीआई ने आधिकारिक तौर पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को ब्रिस्बेन में भारतीय टीम पर थोपे जाने वाले सख्त नियमों को लेकर लेटर लिखा है। वह इसके खिलाफ हैं। उन्होंने एक महीने से ज्यादा का समय लॉकडाउन में बिताया है और यह भी सच है कि वह आईपीएल के दौरान भी 3 महीने तक बायोबबल में बिता कर आ रहे हैं।’

रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि ब्रिस्बेन में खिलाड़ियों के लिये काफी सख्ती भरे नियम लगाये गये हैं जिसको लेकर शायद भारत ब्रिस्बेन की यात्रा नहीं करना चाहता है क्योंकि भारतीय मैनेजमेंट आम लोगों की तरह घूमना चाहता है। बीसीसीआई (BCCI) ने साफ किया है कि ब्रिस्बेन काफी ज्यादा सख्त है, अगर हमने प्रोटोकॉल्स को पास कर लिया है तो हम समुदाय के आम लोगों की तरह क्यों नहीं घूम सकते हैं। इसीलिये भारतीय खिलाड़ी ब्रिस्बेन नहीं जाना चाहते हैं।

वहीं कुछ लोगों का मानना है कि भारत ऐसा इसलिये कर रहा है क्योंकि गाबा के मैदान पर ऑस्ट्रेलियाई टीम को हराना काफी मुश्किल है और भारत उससे बचने के लिये ऐसा कर रहा है। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने इसी बारे में बात करते हुए कहा था कि कोविड प्रोटोकॉल्स या ब्रिस्बेन की पिच जिसके बारे में भारतीय टीम परेशान है और गाबा नहीं जाना चाहती।