राजनीति

चाय पर चर्चा: सोनिया से मिलकर बोलीं ममता, भाजपा को हराने के लिए सामूहिक नेतृत्व की ज़रूरत

टीम इंस्टेंटखबर
चाय पर चर्चा की चर्चा आज एकबार फिर देश की सियासत के गलियारों उस वक्त होने लगी जब बंगाल में भाजपा का खेल बिगाड़ने वाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिल्ली में कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गाँधी से चाय पीने के दौरान देश के राजनीतिक हालात पर चर्चा की.

दरअसल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने सोमवार को अपने मौजूदा दिल्ली दौरे के दौरान आज कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के साथ 10 जनपथ में जाकर राहुल गाँधी की मौजूदगी में मुलाकात की.

सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने एकजुट होकर बीजेपी के खिलाफ मुकाबला करने का आह्वान करते हुए कहा था कि सामूहिक नेतृत्व लड़ाई हो, जो जिस राज्य में मजबूत है. उसे नेतृत्व देना होगा. उन्होंने कहा कि मैं केडर हूं. मैं स्ट्रीट की आदमी हूं.

बता दें कि ममता बनर्जी ने मंगलवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ और आनंद शर्मा से भी मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद आनंद शर्मा ने कहा था कि उनके और ममता बनर्जी के बीच करीबी रिश्ते हैं, क्योंकि दोनों ने सालों एक साथ काम किया है.

ममता बनर्जी और सोनिया गांधी साल 2024 में विपक्षी पार्टियों के एंटी बीजेपी मोर्चे को लेकर चर्चा की. ममता बनर्जी की कल शरद पवार और अखिलेश सिंह यादव के साथ भी मुलाकात की योजना है.

ममता बनर्जी ने कहा कि सोनिया जी ने चाय पर बुलाया था. कोरोना और पेगासास के मुद्दे पर बातचीत हुई. यह अच्छी बैठक थी. मुझे आशा है कि भविष्य में पोजिटिव रिजल्ट सामने आएगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी को हराने के लिए सभी को एक होना जरूरी है. हम अकेले कुछ नहीं है.

हाल की खबर

सरयू नहर में नहाने गये तीन बच्चों की मौत, एक बालिका लापता

मृतको में एक ही परिवार की दो सगी बहने, परिजनो में मचा कोहरामएसडीएम-सीओ समेत पुलिस…

मई 1, 2024

बाइक सवार दोस्तों को घसीट कर ले गई कंबाइन मशीन, एक की मौत, दूसऱे की हालत गंभीर ,लखनऊ रेफर

बाइक सवार मित्रों को गांव से घसीटते हुए एक किलो मीटर दूर ले गई,सहमे लोग…

मई 1, 2024

एचडीएफसी बैंक के पेजैप ऐप को ‘सेलेंट मॉडल बैंक’ का पुरस्कार मिला

मुंबईएचडीएफसी बैंक के मोबाइल ऐप पेज़ैप (PayZapp) को 'सेलेंट मॉडल बैंक' अवार्ड मिला है। एचडीएफसी…

मई 1, 2024

पत्रकारों के पेंशन और आवास की समस्या का होगा समाधानः अवनीष अवस्थी

-कम सैलरी में पत्रकारों का 24 घंटे काम करना सराहनीयः पवन सिंह चौहान -यूपी वर्किंग…

मई 1, 2024

पिक्चर तो अभी बाक़ी है, दोस्त!

(व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा) हम तो पहले ही कह रहे थे, ये इंडिया वाले क्या…

मई 1, 2024

आज के दौर में ट्रेड यूनियन आंदोलन और चुनौतियां

(अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर विशेष आलेख : संजय पराते) आजादी के आंदोलन में ट्रेड यूनियनों…

मई 1, 2024