नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बेंगलुरु प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया. इस टेक समिट में नई तकनीक के साथ महामारी के बाद आने वाली प्रमुख चुनौतियों पर चर्चा की जा रही है. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में टेक्नोलॉजी की महत्ता को बताया. उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी ने मानवीय गरिमा को बढ़ाने का काम किया गया है. मौजूदा वक्त में लाखों किसान एक क्लिक पर वित्तीय सहायता हासिल कर सकते हैं. यह सब टेक्नोलॉजी के माध्यम से ही संभव हो सका है.

कर्नाटक सरकार, बायोटेक्नोलॉजी एंड स्टार्टअप, सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) और एमएम एक्टिविटी-टेक कम्युनिकेशंस ने मिलकर बेंगलुरु टेक समिट का आयोजन किया है. यह समिट 19 नवंबर से 21 नवंबर तक चलेगा. Tech Summit 2020 में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन, स्विस कॉन्फेडरेशन के उपाध्यक्ष गाई पार मेलिन समेत दुनियाभर की कई मशहूर हस्तियां हिस्सा ले रही हैं. कार्यक्रम में भारत और दुनियाभर के महान विचारक, अनुभवी नेता, उद्योग जगत के नामी लोग, तकनीकी विशेषज्ञ, अनुसंधानकर्ता, टेक्नोक्रेट, शोधकर्ता, इनोवेटर, निवेशक, नीति निर्माता और शिक्षा क्षेत्र की महत्वपूर्ण हस्तियां भी शामिल हो रहे हैं.

पीएम मोदी ने आगे कहा​ कि कोरोना वायरस के दौर में टेक्नोलॉजी ने गरीबों तक मानवीय मदद पहुंचाने में काफी मदद की है. भारत के पास सूचना के इस दौर में खुद को आगे रखने की ताकत है. भारत के पास टेक्नोलॉजी से जुड़ा कमाल का ज्ञान है और एक बड़ा बाजार मौजूद है. हमारे लोकल टेक सॉल्युशन के पास दुनिया को देने के लिए काफी कुछ है. मौजूदा वक्त में टेक सॉल्युशन को भारत में डिजाइन करके, फिर इसे पूरी दुनिया में पहुंचाया जाता है. युवा साइबर सिक्योरिटी सॉल्युशन की दिशा में अहम रोल अदा कर सकते हैं. हमारे युवाओं की क्षमता और टेक्नोलॉजी की संभावनाएं अनंत हैं. यही वक्त है कि हम अपना बेस्ट दें.

पीएम मोदी ने आगे कहा कि Digital India को अब किसी भी नियमित सरकारी पहल के रूप में नहीं देखा जा रहा है. डिजिटल इंडिया जीवन जीने का एक तरीका बन गया है. विशेष रूप से गरीब जनता के लिए. इतने बड़े पैमाने पर टेक्नोलॉजी का उपयोग करने से हमारे नागरिकों के जीवन में कई परिवर्तन हुए हैं. आगे कहा कि हमारे नीतिगत फैसलों का हमेशा से उद्देश्य टेक व इनोवेशन इंडस्ट्री का उदारीकरण है. हाल ही में हने आईटी इंडस्ट्री के लिए अनुपालन बोझ को कम किया है.