धमकी की शिकायत के बाद प्रशासन बरत रहा लापरवाही, पीएम, सीएम से भी शिकायत

लखनऊ।

अखिल भारत हिन्दू महासभा, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी को सर तन से जुदा करने की धमकी मामले को लेकर पार्टी नेताओं ने प्रदेश सरकार से तत्काल प्रभाव से सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की है। बीते पांच अगस्त को उर्दू में धमकी भरा पत्र मिलने के बाद में प्रदेश अध्यक्ष ने शहर के कमिष्नर को लिखित सूचना भी दी थी, जिसके उपरान्त अभी तक कोई प्रशासन की ओर से कोई काररवाई न होने पर प्रदेशभर के पार्टी कार्यकर्ताओं ने आक्रोश व्यक्त करते हुये प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है और कहा है कि बीते कुछ वर्षों में जिस तरह से हिन्दूवादी कमलेश तिवारी और नुपूर शर्मा के समर्थन करने वाले उदयपुर मामले में धमकियों को हल्के में लेने का परिणाम उनके सर तन से अलग करने की घटनाओं के रूप में सामने आ चुके है। ऐसी परिस्थितियों को देखते हुये हिन्दू महासभा के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी को तत्काल प्रभाव से सुरक्षा उपलब्ध करवा कर धमकी भरे पत्र की जांच कर तत्काल प्रभाव से काररवाई की जाये। पार्टी के मुताबिक आज भी निरन्तर हिन्दू महासभा नेताओं और पदाधिकारियों सहित अन्य हिन्दूवादी नेताओं को धमकियां मिल रही है। पार्टी के प्रदेश कार्यालय से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक धमकी संबंधी सूचना देने के बाद कमिश्नर लखनऊ को अवगत कराने के बाद जब कोई काररवाई नहीं हुयी तो प्रदेश अध्यक्ष ने इस मामले की जानकारी प्रधानमंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और प्रषासनिक अधिकारियों को इस मामले में षिकायत की है। उर्दू में पत्र मिलने के बाद महासभा प्रदेश अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी का कहना है कि शासन प्रशासन हिंदूवादी नेताओं के सरक्षा का पुख्ता इंतजाम नहीं करता है तो हिंदू महासभा एक बड़े आंदोलन के लिए तैयार होगा इसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। उनका आरोप है कि शासन प्रशासन हमेशा हिंदू नेताओं की सुरक्षा को गंभीरता से नहीं लिया जाता है इसका अंजाम अखिल भारत हिंदू महासभा हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या से भुगत चुका है। उन्होंने बताया कि खुर्शेदबाग विश्णुनगर स्थित हिन्दू महासभा के प्रदेश कार्यालय पर एक उर्दू में लिखा पत्र आया है, जिसमें हमारी फ़ोटो पर क्रॉस का निशान लगा है। इस मामले की शिकायत पुलिस कमिश्नर से की गई है। उन्होंने डीसीपी को जांच सौंपी है। हिंदूवादी नेता कट्टरपंथियों के निशाने पर हैं। हमारे साथ कभी भी अनहोनी हो सकती है, कोई सरकारी सुरक्षा भी नहीं है।