टीम इंस्टेंटखबर
यूपी में विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान के बाद राज्य में अब आचार संहिता लागू हो गई है. इस बीच सपा ने निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपा है. इस ज्ञापन में उन्होंने मांग की है कि निष्पक्ष चुनाव के लिए कुछ अधिकारियों को पद से हटाया जाए. हटाए जाने वाले अधिकारियों की लिस्ट में यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार, अतिरिक्त डीजी अमिताभ यश, यूपी सचिव अवनीश अवस्थी और सूचना सचिव नवनीत सहगल ने नाम शामिल हैं.

एक अंग्रेजी दैनिक की खबर के मुताबिक सपा ने आरोप लगाया कि ये सभी अधिकारी बीजेपी के कार्यकर्ता के रूप में काम करते हैं. ज्ञापन में उन्होंने दावा किया कि अगर इन अधिकारियों को अगर तुरंत पद से नहीं हटाया गया तो चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से नहीं हो सकेंगे. विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद सपा ने यूपी के डीजीपी समेत कई बड़े अधिकारियों को पद से हटाने की मांग चुनाव आयोग से की है. उनका आरोप है कि ये सभी अधिकारी बीजेपी कार्यकर्ता की तरह काम करते हैं.

बता दें कि कानपुर के कमिश्नर असीम अरुण पुलिस की नौकरी छोड़कर विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं.स्‍वैच्छिक सेवानिवृत्ति का उनका आवेदन योगी सरकार ने स्‍वीकार कर लिया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, असीम अरुण के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) के आवेदन को योगी सरकार ने मंजूर कर लिया है. यूपी की राजनीतिक हलकों में इस बात की जोरों से चर्चा है कि वे बीजेपी के टिकट पर कन्नौज सदर से यूपी विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं. जिसके बाद अब सपा ने यूपी के डीजीपी पर बीजेपी के कैडर के रूप में काम करने का आरोप लगाया है. साथ ही चुनाव आयोग से उन्हें पद से हटाने की मांग की है.