भारत की प्रमुख विज्ञान आधारित आयुर्वेद कंपनी डाबर इंडिया लिमिटेड ने उपभोक्ताओं को आयुर्वेद के फायदों और सेहतमंद जीवनशैली के बारे में जागरुक बनाने के लिए जागरुकता अभियान ‘साइंस इन एक्शन’ की शुरूआत की है। यह कैंपेन आयुर्वेद के बारे में वैज्ञानिक रूप से जांचे गए तथ्यों के बारे में बताएगा, ताकि परिवार सोच-समझ कर अपने रोज़मर्रा के विकल्पों को चुन सकें और स्वस्थ रह सकें। इस अभियान के तहत डाबर, जाने-माने आयुर्वेदिक चिकित्सकों के साथ 22 शहरों के स्कूलों में सेमिनार का आयोजन भी करेगा। ये सत्र बच्चों को बताएंगे कि किस तरह आयुर्वेद उनके समग्र स्वास्थ्य को सनिश्चित कर उज्जवल भविष्य का निर्माण करने में योगदान दे सकता है।इस अभियान को आज लखनऊ में सरस्वती बालिका विद्या मंदिर के 250 से अधिक बच्चों के लिए आयोजित एक विशेष सत्र के साथ हरी झंडी दिखाई गई। इस मौके पर डाबर इंडिया लिमिटेड दिनेश कुमार, मैनेजर कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन, डॉ ए.के. पाण्डेय, सरस्वती बालिका विद्या मंदिर की प्रधानाचार्या सुधा तिवारी मौजूद थे। अभियान के हिस्से के रूप में और भावी पीढ़ियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए, डाबर ने देश भर में बच्चों के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से एक मेगा जागरूकता पहल भी शुरू की है। इस पहल के तहत, डाबर च्यवनप्राश एक प्रसिद्ध डॉक्टर के साथ मिलकर बच्चों को बदलते मौसम, सामान्य बैक्टीरिया और वायरस के कारण होने वाली बीमारियों से लड़ने के लिए एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली बनाने की आवश्यकता के बारे में शिक्षित करने के लिए प्रतिरक्षा जागरूकता सत्र आयोजित करेगा।

कैंपेन का लॉन्च करते हुए डाबर इंडिया लिमिटेड श्री दिनेश कुमार, मैनेजर कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन ने कहा, ‘‘आज के दौर में सभी लोग अपने स्वास्थ्य और कल्याण का महत्व समझ रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए डाबर उन्हें विज्ञान पर आधारित जानकारी देकर परम्परा और आधुनिकता के बीच के अंतर को दूर करना चाहता है। इस कैंपेन ‘साइंस इन एक्शन’ के साथ डाबर आयुर्वेद से जुड़े मिथकों को दूर कर लोगों को सही जानकारी देना चाहता है ताकि वे आयुर्वेद के फायदों को समझें और इस बात कों जानें कि स्वस्थ एवं खुशहाल जीवन जीने का सबसे आसान तरीका है अपने रोज़मर्रा में च्यवनप्राश का सेवन करना।’

‘साइंस इन एक्शन’ कैंपेन को विभिन्न मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे प्रिंट, डिजिटल एवं सोशल मीडिया के ज़रिए अधिक से अधिक दर्शकों तक पहुंचाया जाएगा, जहां रोचक वीडियोज़ के माध्यम से उन्हें आयुर्वेद के सिद्धान्तों पर जानकारी दी जाएगी।

डॉ. ए.के.पांडेय ने कहा. डाबर के सभी प्रोडक्ट्स गहन अनुसंधान के बाद तैयार किए जाते हैं। डाबर च्यवनप्राश ने पिछले सालों के दौरान इम्युनिटी बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हालांकि आयुर्वेद और च्यवनप्राश के बारे में कई गलत अवधारणाएं मौजूद हैं। इस सीरीज़ ‘साइंस इन एक्शन”के माध्यम से हम इन्हीं मिथकों को दूर करना चाहते हैं और दर्शकों को बताना चाहते हैं कि किस तरह आयुर्वेद और डाबर च्यवनप्राश विज्ञान द्वारा प्रमाणित हैं। ‘साइंस इन एक्शन’ विज्ञान पर आधारित आयुर्वेद के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।