स्पोर्ट्स डेस्क
इंग्लैंड के बर्मिंघम में जारी कॉमनवेल्थ गेम्स का आठवां दिन भारतीय पहलवानों के नाम रहा. भारतीय पहलवानों साक्षी मालिक, बजरंग पुनिया और दीपक पुनिया ने मिलकर अलग-अलग वर्गों में मिलकर “गोल्डेन हैट्रिक” लगा दी. अंशू मलिका और दिव्या काकरान ने भी क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीतकर भारत की पदक तालिका को मजबूत बनाने में पूरा-पूरा योगदान दिया.

स्वर्णिम हैट्रिक की बात करें, तो 86 किग्रा फ्रीस्टाइल भार वर्ग में दीपक पूनिया ने पाकिस्तानी पहलवान मोहम्मद इमाम को पटखनी देकर दिलाया. यह भारत का नौवां और कुल मिलाकर 24वां पदक रहा. दीपक से पहले साक्षी मलिक ने महिलाओं के 62 किग्रा भार वर्ग फ्री स्टाइल में भारत को आठवां स्वर्ण पदक दिल दिया है. साक्षी ने 0-4 से पिछड़ने के बाद स्वर्ण पदक पर कब्जा किया, जो भारत का कुल 23वां पदक रहा. आठवें दिन भारत 9 स्वर्ण, 8 रजत और 8 कांस्य पदकों को मिलाकर कुल 25 पदकों के साथ टेबल में एक पायदान ऊपर चढ़कर पांचवें नंबर पर पहुंच गया है.

साक्षी से पहले मुकाबले में बजरंग पूनिया ने 65 किग्रा भार वर्ग में भारत को स्वर्ण पदक दिला दिया है. शुरुआती राउंड में कुछ देर बाद ही बजरंग पूनिया ने कनाडा के 21 साल के मैक्नील के खिलाफ 4-0 की बढ़त हासिल कर ली. बजरंग का अनुभव युवा पहलवान पर खासा भारी साबित हुआ. दूसरे राउंड में भी बजरंग ने आक्रामक शुरुआत की. और भारतीय पहलवान एक स्पष्ट रणनीति के साथ मैट पर उतरे. लेकिन कनाडाई पहलवान ने दो अंक बटोरकर स्कोर को 4-2 कर दिया, लेकिन बजरंग ने पलटवार किया और स्कोर को 6-2 ले गए. और फिर स्कोर 7-2 भी हो गया और फिर आखिरी पलों में बजंरग ने स्कोर 9-2 करके भारत की जीत सुनिश्चित कर दी. यह भारत का सातवां स्वर्ण और खेलों में कुल मिलाकर 22वां पदक रहा.

इससे पहले अंशू मलिक मलिक ने 57 किग्रा भार वर्ग में भारत के लिए रजत पदक जीता. अंशू के खिलाफ नाइजीरिया की एजेकुरोयी ओडुनायो ने पहले ही राउंड में 4-0 की बढ़त बनाकर खुद को स्वर्ण की दावेदारी में काफी आगे कर लिया. तीन मिनट के दूसरे राउंड में अंशू ने पूरा जोर लगाया, लेकिन आखिर में ओडुनायो ने उन्हें एकतरफा साबित हुए मुकाबले में 7-3 से हराकर स्वर्ण पदक पर अपना नाम लिखवा दिया. अंशू के इस रजत के साथ ही भारत का यह खेलों में 21वां पदक रहा. छह स्वर्ण, 8 रजत और 7 कांस्य. बाद में रात को दिव्या काकरान ने 68 किग्रा भार वर्ग में टोंगा की टाइगर लिली कॉकर को हराकर कांस्य पदक आासनी से अपने नाम कर लिया