शारजाह: महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपरकिंग्स का अपने बल्लेबाजों के शर्मनाक समर्पण के कारण आईपीएल-13 में सफर लगभग समाप्त हो गया है। चेन्नई को मुंबई इंडियंस के हाथों शुक्रवार को 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा और वह लगभग आईपीएल प्लेऑफ से बाहर पहुंच गयी है।

तीन बार की विजेता और पांच बार की उपविजेता चेन्नई आईपीएल में जब भी खेली, प्लेऑफ में पहुंची लेकिन यह पहला मौका लग रहा है जब धोनी की दिग्गज टीम प्लेऑफ में नहीं दिखाई देगी। चेन्नई ने चैंपियन मुंबई को उद्घाटन मैच में हराकर टूर्नामेंट में शानदार शुरुआत की थी लेकिन उसके बाद उसके प्रदर्शन में लगातार गिरावट आती चली गयी।

मुंबई ने इस जीत से चेन्नई से उद्घाटन मैच की हार का बदला चुका लिया। चेन्नई को अपने शेष मैच तीन मैच बड़े अंतर से जीतने होंगे और उम्मीद करनी होगी कि चार और टीमें भी 12 के स्कोर पर आकर रुकें लेकिन मौजूदा प्रदर्शन चेन्नई के लिए कोई उम्मीद नहीं जगाता है।

आज के मुकाबले में मुंबई ने 10 विकेट से जीत दर्ज की। मुकाबले में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए चेन्नई ने 20 ओवरों में 9 विकेट खोकर 114 रन बनाए। टारगेट का पीछा करते हुए मुंबई ने 12.2 ओवरों में बगैर कोई विकेट गंवाए जीत दर्ज कर ली।

पहले बैटिंग करते हुए चेन्नई को पांचवीं गेंद पर ऋतुराज गायकवाड़ के रूप में पहला झटका लगा। गायकवाड़ अपना खाता भी नहीं खोल सके। इसके बाद अगले ओवर की लगातार दो गेंदों पर जसप्रीत बुमराह ने अंबाती रायुडू (2) और एन जगदीशन (0) को पवेलियन लौटा दिया। हालांकि बुमराह इस दौरान हैट्रिक से चूक गए।

इसके बाद अगले दो विकेट ट्रेंट बोल्ट ने झटके। आलम ये रहा कि चेन्नई ने पावर प्ले में ही अपने 5 विकेट गंवा दिए। ऐसा आईपीएल इतिहास में पहली बार देखने को मिला। इसके बाद कप्तान धोनी (16) भी चलते बने, लेकिन सैम कर्रन दूसरे छोर पर जम गए।

कर्रन ने इमरान ताहिर (नाबाद 13) के साथ 9वें विकेट के लिए 43 रन की साझेदारी कर चेन्नई को 100 के पार पहुंचाया। कर्रन पारी की आखिरी गेंद पर बोल्ड हुए। उन्होंने 47 गेंदों में 6 बाउंड्री की मदद से 52 रन बनाए। विपक्षी टीम की तरफ से ट्रेंट बोल्ट को 4, जबकि बुमराह-राहुल चाहर को 2-2 विकेट हाथ लगे।

लक्ष्य का पीछा करते हुए मुंबई की सलामी जोड़ी ईशान किशन और क्विंटन डी कॉक ने पहले विकेट के लिए शतकीय साझेदारी की। दोनों के बीच 12.2 ओवरों में 116 रन की साझेदारी हुई। किशन ने 37 गेंदों में 5 छक्कों और 6 चौकों की मदद से नाबाद 68, जबकि क्विंटन डी कॉक ने इतनी ही बॉल में नाबाद 46 रन बनाए।