टीम इंस्टेंटखबर
द कश्मीर फाइल्स फिल्म की रिलीज़ के बाद में कश्मीरी पंडितों के पलायन का मुद्दा एक बार फिर गरम हो गया, पक्ष और विपक्ष में ज़ोरदार बहस चल रही है. दो बड़ी राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर आरोप लगा रही हैं, वहीँ 32 साल बाद भी कश्मीर छोड़ चुके पंडितों की वापसी क्यों नहीं हुई, इस सवाल को भी बड़ी प्रमुखता से उठाया जा रहा है लेकिन राजनीतिक पार्टियां इस सवाल से बचती नज़र आ रही हैं. इस बीच जानकारी सामने आयी है कि इन कश्मीरी पंडितों के खाली घरों में CRPF के जवान अपना डेरा बसाये हुए हैं
इसकी पुष्टि सीआरपीएफ महानिदेशक कुलदीप सिंह भी करते हैं और कहते हैं कि जैसे इनमें से किसी भी घर का मालिक हमसे घर खाली करने को कहेगा हम घर खाली कर देंगे।
सशस्त्र बल की ओर से रखे गए डेटा के अनुसार, सीआरपीएफ ने एक स्कूल, एक अस्पताल, दो सिनेमाघरों, आठ बागों, 26 औद्योगिक इकाइयों और फैक्टरियों, 30 होटलों, 71 कृषि उपयोग की जमीन और अन्य निजी बिल्डिंगों- जिसमें कश्मीर पंडितों के घर और 333 अन्य सरकारी इमारतें शामिल हैं, में ठिकाना बना रखा है.
डीजी कुलदीप सिंह बताते हैं कि हमें 10 स्थानों पर accommodation के उद्देश्य से 524 canal जमीन मिली है, हम इसमें अपना कैंप विकसित कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘हमने इन परिसरों पर अवैध रूप से कब्जा नहीं किया है बल्कि ये हमें राज्य सरकार की ओर से प्रदान किए गए हैं.
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