लखनऊ: भारत में कोरोनावायरस के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। देश कोरोना के पहली बार 32 हजार से ज्यादा केस दर्ज हुए। परेशान करने वाली बात यह है कि कोरोना से भारत में अब तक 99 डॉक्टर जान गंवा चुके हैं। इसके अलावा मरीजों के इलाज के दौरान 1302 डॉक्टर संक्रमित हुए हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने इसी सिलसिले में डॉक्टरों के लिए रेड अलर्ट (red alert) जारी किया है।

यह वह आंकड़े हैं जो दर्ज हैं, इस दौरान कई और कोरोना वारियर (corona warier) डॉक्टर्स मरीज़ों की सेवा करते हुए संक्रमित हुए और उनकी मौत हो गयी लेकिन वह खबर न बन सके| शायद वह कोई सेलिब्रिटी नहीं थे, एक कोरोना वारियर थे जो इस महामारी के दौर में भी मरीज़ों की सेवा से पीछे नहीं हटे| लखनऊ में भी कल डॉक्टर अज़ीज़ (Dr. Aziz) के रूप में एक कोरोना वारियर का समय से पहले (40 yrs) अंत हो गया| लगभग 14 दिन तक उन्होंने कोरोना से संघर्ष किया मगर लोगों की ज़िन्दगी बचाने वाले मृदुभाषी डॉक्टर अज़ीज़ मौत को मात न दे सके और पीजीआई (PGI) में इलाज के दौरान बुधवार शाम 7 बजे उनका स्वर्गवास हो गया|

डॉक्टर अज़ीज़ डफरिन हॉस्पिटल (Dufrin hospital) में संविदा पर काम कर रहे थे| पता नहीं कब उन्हें इस महामारी ने अपने शिकंजे में जकड लिया| उन्हें बचाने के लिए डॉक्टर्स ने हर संभव प्रयास किया, केजीएमयू में प्लाज्मा थेरेपी (plasma therapy) भी की गयी| ब्लड प्रेशर रहता था, इलाज के दौरान ब्लड शुगर होने का भी पता चला|

डॉक्टर अज़ीज़ पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता शकील खान (Shakeel Khan) के बहनोई थे| कल देर रात कोरोना गाइडलाइन्स के अनुसार लखनऊ के तेलीबाग क़ब्रिस्तान में उनका अंतिम संस्कार हुआ| डॉक्टर अज़ीज़ अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चे छोड़ गए |