उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने दर्शन ज्ञान का हवाला देते हुए कहा कि को वायरस (कोरोना) भी एक प्राणी है और उसे भी जीने का अधिकार है। तू भी चल और हम भी चलते रहें। बस हमें अपनी चाल तेज करनी होगी।

सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो में कोरोना संकट के सवाल पर उन्होंने कहा, मैं अपना इलाज कराकर दिल्ली से लौटा तो कोरोना पर मीडिया के सवाल पर मैंने कहा कि ये एक दार्शनिक बात है। ये को वायरस भी एक प्राणी है। हम भी एक प्राणी है। हम अपने आप को ज्यादा बुद्धिमान समझते हैं। उसे (को वायरस) को भी जीने का अधिकार है।

हम लोग उसके पीछे पड़ गए तो वह बहुरूपिया हो गया है। रोज रूप बदल रहा है। मैं दार्शनिक बात करता हूं कि को वायरस को भी जीने का अधिकार है। हमें इससे दूरी बनाकर चलना होगा। उसका भी जीवन है। वो भी अपने जीने के लिए तमाम रूप बदल रहा है। ये दार्शनिक पक्ष है कि तू (को वायरस) भी चल और हम भी चलते रहें। हां, हमें अपनी चाल तेज करनी होगी। ताकि हम को वायरस से आगे निकल जाएं।