नई दिल्ली: कोरोना के एक दिन में सबसे अधिक 3900 मामले और 195 मौत की संख्या ने केंद्र सरकार को सकते में डाल दिया है। हालांकि केंद्र सरकार ने स्पष्ट रूप से इन संख्याओं को लेकर कुछ नहीं कहा है लेकिन परोक्ष रूप से उसने पश्चिम बंगाल को इसके लिए जिम्मेदार ठहराने का प्रयास किया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि सभी राज्यों से सही जानकारी सही समय पर आनी चाहिए, उसके बाद ही कोरोना से प्रभावी रूप से लड़ा जा सकता है। एक अधिकारी ने कहा कि राज्य ने जो आंकड़े भेजे थे और जो हमारी टीम ने वहां जाकर पाया उसमें अंतर था। हम राज्य सरकार के साथ चर्चा कर रहे हैं और मिलकर इस महामारी को खत्म करने के लिए कार्य करेंगे।

देश में कोरोना पॉजिटिव मामले बढने के साथ ही महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली में भी कोरोना रोगियों की संख्या में इजाफा देखा गया है। लेकिन राहत की खबर यह भी है कि पिछले 24 घंटे में ठीक होने वाले कोरोना रोगियों की संख्या 1020 के साथ ही कुल ठीक हुए मरीजों की संख्या 12726 हो गई है। इससे देश में कोरोना रोगियों का रिकवरी रेट भी 27.41 फीसदी पहुंच गया है। जबकि मरीजों के दुगना होने के दिन भी 11 से बढ़कर 12 हो गए हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय में कोरोना पर गठित मंत्री समूह की 14 वीं बैठक हुई। राज्यों के लिए मंत्रालय ने पीपीई कीट के उपयोग का सही तरीका क्या है। उसकी जानकारी के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। जिससे चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी कोरोना संक्रमण से अपना बचाव कर सकेंगे।