लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग डॉ0 कफील खान (kafeel khan) की रिहाई के लिए प्रदेश व्यापी अभियान चलाएगी । अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज आलम (shahnawaz alam) ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार शरारतन डॉ0 कफील का उत्पीड़न कर रही है। योगी के गृह जनपद गोरखपुर में दिमागी बुखार से जब मासूम ऑक्सीजन के अभाव में थे, उस वक्त दिन रात एक करके उन्होंने मासूमो की सेवा करते सैंकड़ो मासूमो की जान बचाई थी। इस दौरान उन्होंने गोरखपुर की जर्जर हो चुकी स्वास्थ्य व्यवस्था को उजागर किया था जिसके चलते सूबे के मुख्यमंत्री योगी उनसे व्यक्तिगत रूप से नाराज थे ।

उन्होंने कहा कि डॉ कफील खान को पिछले 6 महीने से योगी सरकार ने सिर्फ मुसलमान होने के कारण किसी न किसी बहाने फर्जी मुकदमें लाद कर जेल में बंद कर रखा है। उनका कुसूर सिर्फ इतना है कि वो मुख्यमंत्री के गृह जनपद के स्वास्थय व्यवस्था में व्याप्त भ्रष्टाचार पर एक जिम्मेदार डॉक्टर की हैसियत से न सिर्फ सवाल उठा रहे थे बल्कि गरीब मरीजों की सेवा भी कर रहे थे। योगी ने उनके रिहा होने के तमाम रास्तों को बंद करने की नीयत से उनपे एन.एस.ए. तक लगा रखा है।

शाहनवाज आलम ने कहा कि ऐसे डॉक्टर का जेल में होना एक सभ्य और लोकतांत्रिक समाज को बेचैन करने के लिए पर्याप्त है। कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू (ajay kumar lallu) लगातार डॉ0 कफील के परिवार के संपर्क में है एवं उनके परिवार को न्याय दिलाने के हर स्तर पर, सड़क से लेकर सदन तक आवाज उठाई जाएगी ।

शाहनवाज अलाम ने बयान में बताया कि अल्पसंख्यक विभाग ने डॉ कफील खान की रिहाई के लिए आवाज उठाने का अज्म किया है। इसके तहत सोशल डिसटेनसिंग (social distancing) का पालन करते हुए 15 दिनों तक घर-घर जाकर कफील की रिहाई के लिए हस्ताक्षर अभियान, सोशल मीडिया अभियान, मजारों पर चादरपोशी, दुआख्वानी, रक्तदान, ज्ञापन का कार्यक्रम चलेगा। चाहे इसके लिए खुद गंभीर अपराधों के आरोपी मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक कांग्रेस के लोगों पर कितने ही फर्जी मुकदमें क्यों न लाद दें। हम डरने और रुकने वाले नहीं हैं। इंसाफ और जम्हूरियत को बचाने की इस जंग में इंशा अल्लाह अवाम जीतेगी और मगरूर हुकूमत हारेगी।