नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी ने कथित ‘कोविड टूलकिट’ मामले में दिल्ली पुलिस की ओर से माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर के कार्यालयों पर छापा मारे जाने को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने छापे की निंदा करते हुए इसे अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बताया है। कांग्रेस ने इस कार्रवाई को ट्विटर को धमकाने की कोशिश करार देते हुए कहा कि सोशल मीडिया की आवाज दबाने का प्रयास सफल नहीं होगा।

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह दावा भी किया कि भाजपा नेताओं के ‘फर्जीवाड़े’ का खुलासा होने के बाद सरकार और सत्तारूढ़ पार्टी दिल्ली पुलिस के पीछे खड़े हो गए हैं। कांग्रेस ने फेसबुक, ट्विटर के दफ्तरों में छापामारी को युवाओं की आवाज दबाने का प्रयास करार देते हुए कहा है कि टूलकिट मामले में भारतीय जनता पार्टी के फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हो गया है, इसलिए सोशल मीडिया पर युवाओं की ज़ुबान बंद करने का प्रयास किया जा रहा है।

समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने टि्वटर इंडिया के दफ्तर पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की छापेमारी को लेकर कहा कि भाजपा सरकार का यह कृत्य उसकी वैश्विक छवि पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा। उन्होंने ट्वीट किया “ ट्विटर के दिल्ली व गुरुग्राम के ऑफिस पर छापा मरवाना भाजपा सरकार की गिरती हुई वैश्विक छवि को और नीचे गिरायेगा। ये एक अलोकतांत्रिक व घोर निंदनीय कृत्य है।” उन्होने कहा “ भाजपाई अपने ही बिछाये झूठ के जाल में फँस गये हैं। ये भूल गये हर कोई दाना नहीं चुगता। इस बार बहेलिए को चिड़िया ले उड़ी।”

गौरतलब है कि सोमवार देर शाम दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ट्विटर के लाडो सराय और गुरुग्राम में एक साथ छापेमारी की है। अधिकारियों के अनुसार कथित कांग्रेस के कथित ‘कोविड टूलकिट’ मामले में ये छापेमारी की है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विशेष सेल ने कथित ‘कोविड-19 टूलकिट’ संबंधी शिकायत को लेकर ट्विटर को नोटिस भेजा है और भाजपा नेता संबित पात्रा के ट्वीट को ‘भ्रमित करने वाला’ बताने को लेकर माइक्रोब्लॉगिंग साइट से स्पष्टीकरण मांगा था।