महाराष्ट्र में भाजपा का किला तोडा, बंगाल में खोला खाता

दिल्ली: चार राज्यों की पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के नतीजे पार्टी के लिए राहत लेकर आए हैं। महाराष्ट्र के कस्बा पेठ और पश्चिम बंगाल में हुए उपचुनाव में कांग्रेस की जीत अहम है। पश्चिम बंगाल में जीत से जहां राज्य की विधानसभा में कांग्रेस का पहला विधायक पहुंचेगा, वहीं महाराष्ट्र के कस्बा पेठ में 30 साल के बाद पार्टी को जीत मिली है। इसके अलावा तमिलना़डु के इरोड (पूर्व) में भी कांग्रेस की जीत तय है।

कस्बा पेठ में तीन दशक बाद जीत: महाराष्ट्र के पुणे की इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार रवींद्र धंगेकर ने जीत दर्ज की। इसे भाजपा का गढ़ माना जाता था लेकिन पार्टी इस सीट को बरकरार रखने में विफल रही। भाजपा उम्मीदवार हेमंत रसाने को हार का सामना करना पड़ा। कस्बा पेठ सीट पर भाजपा 28 साल से जीत दर्ज करती आई थी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, कांग्रेस और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के गठबंधन महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के समर्थन वाले उम्मीदवार धंगेकर ने भाजपा के गढ़ में सेंध लगाने में कामयाबी हासिल की।

पश्चिम बंगाल की सागरदिघी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार बायरन विश्वास ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रत्याशी को 22,980 मतों से हरा दिया। इसके साथ ही वह मौजूदा विधानसभा के लिए निर्वाचित होने वाले कांग्रेस के पहले विधायक बन गए हैं। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के अनुसार मतगणना के 16 दौर पूरे होने के बाद वाम समर्थित विश्वास को 87,667 वोट मिले। जबकि टीएमसी के उम्मीदवार देवाशीष बनर्जी को 64,681 और भाजपा के प्रत्याशी दिलीप साहा को 25,815 वोट मिले।

पिछले साल दिसंबर में राज्य के मंत्री सुब्रत साहा के निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराए गए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी के गृह क्षेत्र मुर्शिदाबाद के तहत आने के कारण इस सीट पर उपचुनाव को उनके लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई के तौर पर देखा जा रहा था। पश्चिम बंगाल में साल 2021 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और वाम मोर्चा का खाता भी नहीं खुल पाया था।

तमिलनाडु के इरोड (पूर्व) विधानसभा क्षेत्र के लिए हुए उपचुनाव में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस उम्मीदवार ई वी के एस एलनगोवन की जीत लगभग पक्की है। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर मौजूद आंकड़ों के अनुसार खबर लिखे जाने तक अन्नाद्रमुक के प्रत्याशी के एस थेन्नासारू दूसरे स्थान पर हैं। कांग्रेस उम्मीदवार इनसे करीब 45 हजार वोटों से आगे हैं। इरोड (पूर्व) विधानसभा उपचुनाव में कुल 77 प्रत्याशी मौदान में हैं।