लखनऊ:
अपने आप में पूरी एक संस्था कहलाने वाले मौलाना मुहम्मद राबे हसनी नदवी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर राष्ट्रीय स्तर का सम्मेलन 28 मई को अंजुमन इस्लाहुल मुस्लमीन की ओर से मुमताज पीजी कॉलेज मोहन मीकिन रोड डालीगंज में होगा। सम्मेलन में देश भर के विद्वान शामिल होंगे। मौलाना का निधन कुछ समय पहले हो गया था।

मौलाना राबे हसनी पर जलसे की जानकारी यहां ईदगाह मैदान ऐशबाग के हाल में आज हुयी पत्रकार वार्ता में देते हुए कान्फ्रेन्स के संयोजक और इस्लामिक सेण्टर आफ इण्डिया के अध्यक्ष मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि मौलाना अबुल हसन अली मियां नदवी के भतीजे और शिष्य मौलाना राबे हसनी मानवता के संरक्षक थे। वे मात्र एक शिक्षक, उपदेशक, राष्ट्र सुधारक ही नहीं, लेखक और बुद्धिजीवी थे। अकेले अरबी में उन्होंने 19 पुस्तकें लिखीं। साथ ही वे देश-विदेश के अनेक धार्मिक, शैक्षिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक संगठनों व संस्थाओं के प्रमुख थे। वे पूरी ईमानदारी से मिल्लत की सेवा करते रहे और दारुल नदवातुल उलमा लखनऊ में पढ़ाते रहे।

इस मौके पर अंजुमन के सचिव अतहर नबी एडवोकेट ने कहा कि मौलाना राबे हसनी नदवी ने अपने गुरु मौलाना अली मियां नदवी के मिशन को कारगर ढंग से आगे बढ़ाया। उन्होंने बताया कि मीरे कारवां हजरत मौलाना सैयद मुहम्मद राबे हसनी नदवी के जीवन और उनकी सेवाओं के विषय पर 28 मई को होने वाले राष्ट्रीय सम्मेलन की अध्यक्षता आल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड महासचिव मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी करेंगे। साथ ही वे यहां मुमताज कॉलेज परिसर में ही मौलाना राबे हसनी के नाम पर ओल्ड एज होम का शिलान्यास करेंगे।

उन्होंने यह भी घोषण की कि इसके साथ ही हाल में 17 मई को दिवंगत जफरयाब जीलानी एडवोकेट की स्मृति में भी एक राष्ट्रीय स्तर का आयोजन होगा। उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर पुस्तक का प्रकाशन किया जायेगा। साथ ही 28 मई को ही मुमताज पीजी कालेज प्रांगण में ही जमीयत उलेमा के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी साहब जफरयाब जीलानी नर्सिंग होम की भी नीवं रखेंगे।