टीम इंस्टेंटखबर
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने एक बयान में कहा कि भारत में 2020 में 30 लाख से अधिक बच्चे ऐसे थे जिन्हें कोई टीका नहीं लगा. पिछले दस वर्षों में किसी भी नियमित टीकाकरण में विफलता के मामले में दक्षिण एशिया सबसे ऊपर रहा और 2020 में ऐसे बच्चों की संख्या करीब 44 लाख थी.

बयान के अनुसार ऐसे 30 लाख से अधिक बच्चे भारत में थे जिन्हें कोई खुराक नहीं मिली थी. यूनिसेफ ने कहा कि आंकड़ों से पता चलता है कि दुनिया के कुल मामलों में से 62 प्रतिशत सिर्फ 10 देशों में है जिनमें बच्चों को कोई टीका नहीं मिला या उन्हें विभिन्न टीकों की पूरी खुराक नहीं मिली.

बच्चों के वैश्विक निकाय (World body) ने कहा कि भारत कोरोना से काफी प्रभावित रहा है. उसने कहा कि भारत में असुरक्षित बच्चों (insecure chiled) की संख्या 35 लाख थी जो दुनिया में सबसे ज्यादा थी. 2019 में ऐसे असुरक्षित बच्चों की संख्या 21 लाख थी. असुरक्षित बच्चे वे हैं जिन्हें कोई टीका नहीं लगा है या जिन्हें विभिन्न टीकों की सभी खुराकें नहीं मिली हैं. बयान में कहा गया है कि 2020 में पाकिस्तान में 13 लाख असुरक्षित बच्चे थे.