लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में कोविड-19 टेस्ट क्षमता में लगातार वृद्धि किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा सैम्पल संग्रहित करते हुए तेज गति से किया जाने वाला टेस्टिंग कार्य कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। औद्योगिक इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क स्थापित कराए जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि अनलाॅक व्यवस्था में पूरी सावधानी बरतते हुए औद्योगिक, वाणिज्यिक एवं अन्य कारोबारी गतिविधियों का संचालन जरूरी है। इसके दृष्टिगत औद्योगिक इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना इन इकाइायों में कार्यरत लोगों को संक्रमण से सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग में यह भी सुनिश्चित हो कि जहां 05 अथवा उससे अधिक व्यक्ति कार्यरत है, वहां मेडिकल स्क्रीनिंग की व्यवस्था अनिवार्य रूप से उपलब्ध रहे। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन कड़ाई से कराया जाए। उद्योग क्षेत्र में संक्रमण से बचाव के लिए किए जा रहे उपायों की नियमित माॅनिटरिंग की जाए।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कोविड-19 से होने वाली मृत्यु को रोकने में पल्स आक्सीमीटर की अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका है। इस मेडिकल उपकरण के माध्यम से आक्सीजन के स्तर की जानकारी मिलती है। निर्धारित स्तर से कम आक्सीजन वाले रोगियों को समय से आक्सीजन उपलब्ध कराकर उनकी जीवन रक्षा की जा सकती है। उन्होंने पल्स आक्सीमीटर के उपयोग के प्रति जागरूकता सृजित किए जाने के निर्देश भी दिए।