लखनऊ:
भारतीय समन्वय संगठन (लक्ष्य) की लखनऊ टीम ने अपने कमांडरों के लिए एक विशेष प्रशिक्षण का आयोजन लक्ष्य कमांडर राजकुमारी कौशल जी के निवास स्थान जानकीपुरम में किया । जिसमें लक्ष्य के लगभग दस जिलों के कमांडरों ने हिस्सा लिया। प्रशिक्षण का विषय था : “अपनो से अपनी बात” लक्ष्य संगठन की मजबूती तथा भविष्य की रणनीति ! यह प्रशिक्षण लक्ष्य के वरिष्ठ कमांडरों ने दिया जिसमें विशेष रूप से डॉ खजान सिंह, एस पी कौशल व एम एल आर्या शामिल हुए।

आंदोलन में मासिकता का अहम रोल होता है। अगर मानसिकता कमजोर है तो समाज लाचार रहेगा और आंदोलन का तो नामो निशान दूर-दूर तक दिखाई नहीं देता है, लोग बिखरे-बिखरे रहते हैं एक दूसरे की टांग खिंचाई करते रहते हैं तथा मनुवाद की चिलम भरने में अपना गौरव महसूस करते हैं, दिखावे का बोल बाला, अपमान को ही वे सम्मान समझने लगते हैं, अपने और पराए में भेद नहीं कर पाते हैं, भोले भाले यानी कि मूर्ख कहलाए जाते हैं। ऐसे लोग उठ खड़े होने तथा लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाते हैं।

दूसरी ओर अगर मानसिकता मजबूत है तो ऐसा समाज, एकजुट, मजबूत,निर्भय, लड़ाका,संघर्षशील, स्वाभिमानी, संपन्न, एक दूसरे के प्रति सम्मान, अकड़ नहीं एक दूसरे के लिए सहयोग का भाव जैसे गुणों से परिपूर्ण होता है और ऐसा समाज ही हुक्मरान होता है। यह बात प्रशिक्षण के दौरान लक्ष्य कमांडरों ने कही।

उन्होंने जोर देते हुए कहा कि सोच बदलो तो बदलाव पीछे पीछे चलने लगेगा l मैं के अहम को छोड़कर हम की ताकत पर आगे बढ़ना होगा, महापुरुषों के बताए मार्ग पर चलना होगा।

प्रशिक्षण में आंदोलन को मजबूत करने की बारीकियों को भी विस्तार से समझाया गया l लक्ष्य कमांडरों ने आंदोलन के प्रति समर्पण की शपथ लेते हुए कहा कि अगर आज नहीं लड़े तो कल भविष्य अवश्य ही अंधकार में होगा और आने वाली पीढ़ियां हम लोगों को गालियां देंगी, कायर कहेंगी।

प्रशिक्षण के संचालन की कमान संभाली लक्ष्य कमांडर एड. रजनी सोलंकी ने। लक्ष्य कमांडरों ने प्रशिक्षण की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए ऐसे विशेष प्रशिक्षण प्रत्येक महीने करने की अपील की। प्रशिक्षण के बाद लक्ष्य कमांडरों की ऊर्जा उनके चेहरों पर साफ झलक रही थी जो भविष्य के बदलाव की ओर इसारा कर रही थी।