बाराबंकी ब्यूरो
उत्तर प्रदेश के तीन दिवसीय चुनावी दौरे पर आये ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ बाराबंकी में साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और कोरोना नियमों के उल्लंघन के तहत केस दर्ज किया गया है, ओवैसी के साथ कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ भी मामला दर्ज हुआ. आरोप कि चुनावी कार्यक्रम में ओवैसी ने बाराबंकी के रामसनेहीघाट में 100 साल पुरानी के तोड़ने का मुद्दा उठाकर समाज के एक वर्ग की भावनाओं को भड़काने का प्रयास किया।

बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक के मुताबिक 9 सितंबर को बाराबंकी शहर के मोहल्ला कटरा चन्दना में AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के कार्यक्रम में शासन द्वारा जारी कोविड-19 दिशा-निर्देशों का उलंघन करते हुए काफी संख्या में भीड़ इकट्ठा की गई और प्रशासन द्वारा दी गई अनुमति का स्पष्ट उल्लंघन किया गया. कार्यक्रम के दौरान न तो किसी ने मास्क का प्रयोग किया गया और न ही सामाजिक दूरी का पालन किया गया.

एसपी के मुताबिक एआईएमआईएम के अध्यक्ष द्वारा अपने वक्तव्य में साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने हेतु भडकाऊ भाषण दिये गए. उन्होंने कार्यक्रम में कहा कि कोतवाली रामसनेही घाट में प्रशासन ने 100 वर्ष पुरानी मस्जिद को तुड़वा दिया और उसका मलबा भी वहां से पूर्ण रूप से हटा दिया गया. एसपी ने कहा कि इस वक्तव्य से एक समुदाय विशेष को भड़काने का एवं साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया गया.

पुलिस के मुताबिक ओवैसी ने प्रधानमंत्री, भारत सरकार और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, प्रदेश सरकार के खिलाफ भी अभद्र एवं निराधार टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि इस संबंध में औवैसी और आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है.