नई दिल्ली: इंडियन ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री की रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल में किसी भी कंपनी की एक कार भी नहीं बिकी। इतिहास में ये पहला ऐसा मौका है जब कार की बिक्री का आंकड़ा शून्य रहा। मारुति सुजुकी से लेकर महिन्द्र तक और लग्जरी कार बेचने वाली मर्सिडीज, स्कोडा तक सभी का ऐसा ही हाल रहा।

मारुति सुजुकी ने 22 मार्च को सेल्स एंड प्रोडक्शन को निलंबित कर दिया था, जिस समय देश में जनता कर्फ्यू लगाया गया था। मार्च महीने में भी मारुति सुजुकी ने कुल बिक्री में 47 फीसद की गिरावट दर्ज की थी जो कि यह सिर्फ 21 दिन की बिक्री थी। इस दौरान कंपनी ने 83,792 गाड़ियों की बिक्री की थी, जबकि इससे बीते वर्ष के समान महीने में यह आंकड़ा 158,076 यूनिट्स का रहा था। इसके बाद सरकार के लॉकडाउन के फैसले के बाद सभी प्रोडक्शन सुविधाएं बंद की हुई थीं। कंपनी की बिक्री में यह गिरावट कोरोनावायरस प्रकोप का प्रत्यक्ष परिणाम है, जिसने लॉकडाउन से पहले बिक्री पर एक टोल लिया था जब लोगों को सामाजिक दूरी बनाए रखने की सलाह दी गई थी।

स्कोडा कार कंपनी के हेड जैक हॉलिस ने एक ट्वीट के जरिए बताया कि अप्रैल महीने में उनकी एक भी कार नहीं बिकी है। उन्होंने लिखा कि पिछले 30 सालों में पहला मौका है जब हमने एक भी कार की बिक्री नहीं की। मैं अपने करियर के दौरान पहली बार ऐसा देख रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि ऑटो इंडस्ट्री जल्द वापसी करेगी।

एमजी मोटर्स ने शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट में कहा कि लॉकडाउन की वजह से सभी डीलरशिप बंद रहे। इस कारण अप्रैल माह में एमजी कारों की एक भी यूनिट नहीं बिकी। कंपनी ने बताया कि अप्रैल के आखिरी हफ्ते में हमने हालोल (गुजरात) स्थित प्लांट में ऑपरेशन और मैन्युफैक्चरिंग को शुरू कर दिया है। उम्मीद की जा रही है कि मई में प्रोडक्शन फिर से पटरी पर आ जाएगा। कंपनी ने सैनेटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखकर काम किया जा रहा है।