हमीरपुर
कैंसर के प्रति जागरूकता जरूरी है। कभी कैंसर के मरीज विदेशों में मिलते थे, लेकिन मौजूदा दौर में भारत में कैंसर का मर्ज तेजी से बढ़ा है। हमें अपने खानपान और जीवन शैली में बदलाव लाना होगा। धूम्रपान से परहेज करना होगा।

उक्त विचार विश्व कैंसर दिवस पर टीबी सभागार में शुक्रवार को आयोजित गोष्ठी में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.एके रावत ने व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि कैंसर के मरीजों में करीब 34 फीसदी लंग्स और प्रोस्टेट कैंसर के मरीज हैं। तंबाकू सेवन की वजह से गले और मुंह का कैंसर भी बढ़ा है। दांतों के शॉर्प होने की वजह से जबान और गाल में रगड़ लगने से भी घाव हो जाता है जो देखरेख के अभाव में कैंसर का कारण बन जाता है। उन्होंने बताया कि आज खानपान भी गड़बड़ाया है। लोग मसालेदार और गरम खाना ज्यादा पसंद करते हैं, जो धीरे-धीरे कैंसर की तरफ ले जाता है। बार-बार मुंह में घाव होना भी कैंसर का कारण हो सकता है। युवा पीढ़ी को जंक फूड से परहेज करना चाहिए।

सीएमओ ने महिलाओं में होने वाले ब्रेस्ट और बच्चेदानी के कैंसर पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि महिलाओं को ब्रेस्ट में अगर किसी तरह की गांठ का एहसास होता है तो उसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। माहवारी के दौरान सैनेटरी नैपकिन का प्रयोग करें ताकि बच्चेदानी के कैंसर से सुरक्षित रह सकें। उन्होंने बताया कि कैंसर की जानकारी तब हो पाती है जब तीसरी या चौथी स्टेज होती है। अगर लोग जागरूक हो तो कैंसर को पहली स्टेज पर ही फैलने से रोका जा सकता है।

गैरसंचारी रोग के नोडल अधिकारी डॉ.महेशचंद्रा ने कहा कि 35 और 45 साल की उम्र पार कर चुकी महिलाओं को अवश्य अपनी जांच करानी चाहिए। किसी भी किस्म का यौन संबंधी रोग होने पर तत्काल डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। गोष्ठी में एसीएमओ डॉ.अनूप निगम, डॉ.हेमंत दसारिया, डीपीएम सुरेंद्र साहू ने भी विचार रखे। संचालन जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अनिल यादव ने किया। इस मौके पर डॉ.गोविंद सचान, डीसीपीएम मंजरी गुप्ता, मातृत्व स्वास्थ्य परामर्शदाता दीपक यादव, आरबीएसके के डीईआईसी मैनेजर गौरीश राज पाल, प्रधान लिपिक अशोक श्रीवास्तव, अशोक सिंह आदि मौजूद रहे।