दिल्ली:
पॉलिटिकल एंड इलेक्टोरल रीफॉर्म नॉन प्रोफिट असोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफोर्म्स के अनुसार 2014 के बाद से अब तक 211 विधायक और सांसद बीजेपी जॉइन कर चुके हैं हालांकि इस दौरान 60 सांसदों और विधायकों ने बहजपा को छोड़ा भी है.

इस साल मार्च में हुए राज्य में विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी को सबसे ज्यादा बढ़त मिली थी. 60 विधानसभाओं में से बीजेपी ने 32 पर कब्जा जमाया था. इसके बाद पार्टी ने नेशनल पीपुल्स पार्टी के समर्थन से सरकार बनाई थी. मनीपुर में इन विधायकों का बीजेपी में शामिल होना, बिहार सीएम नीतीश का बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ने का सीधा परिणाम माना जा रहा है. इनके बीजेपी में शामिल होने के साथ ही पार्टी दलबदलुओं के लिए सबसे फेवरेट पार्टी बन गई है.

रिपोर्ट के अनुसार 211 विधायक और सांसदों ने 2014 के बाद से अब तक बीजेपी जॉइन की है. हालांकि इस दौरान 60 ऐसे सांसद और विधायक हैं जिन्होंने बीजेपी का साथ छोड़ा है और दूसरे दलों में शामिल हुए हैं. विपक्षी दलों ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि पार्टी ‘रिसोर्सेज’ यानी सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं को इस्तेमाल कर रही है.

जदयू के प्रवक्ता परिमल कुमार ने दावा किया है कि, ‘बीजेपी, जदयू विधायकों को तोड़ने के लिए अपने रिसोर्सेज का इस्तेमाल कर रही है.’ उन्होंने कहा कि यह हमारे देश के लोकतंत्र के लिए बहुत खतरनाक है. उन्होंने यह भी कहा कि यह भी एक वजह है बीजेपी से बिहार में उनकी पार्टी के गठबंधन तोड़ने के पीछे.

हालांकि इस मामले में बीजेपी ने जदयू पर आरोप लगाए हैं कि पार्टी अपने सदस्यों को ठीक से ट्रीटमेंट नहीं दे रही है इसलिए उनके सदस्य पार्टी छोड़कर बीजेपी जॉइन कर रहे हैं. बीजेपी प्रवक्ता गुरुप्रकाश पासवान ने कहा, ‘हिमंता बिस्वा सरमा और ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे बड़े नेताओं ने बीजेपी जॉइन की है. क्योंकि वे अपनी पार्टी में फंस गए थे.’