स्पोर्ट्स डेस्क
बीसीसीआई की 91वीं वार्षिक आज आम बैठक में 1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रोजर बिन्नी को औपचारिक रूप बोर्ड 36वां चेयरमैन बनाया गया। इस तरह सौरव गांगुली की आधिकारिक रूप से BCCI से विदाई हो गयी. रॉजर बिन्नी एकमात्र उम्मीदवार थे जिन्होंने बीसीसीआई अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया था। दूसरे पदाधिकारी भी निर्विरोध चुने गए। बिन्नी वर्तमान में कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के अध्यक्ष हैं, BCCI का चेयरमैन नियुक्त होने के बाद अब उन्हें राज्य निकाय में अपना पद छोड़ना पड़ेगा।

वहीँ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह लगातार दूसरी बार बीसीसीआई के सचिव बने हैं। इसके अलावा अब पूरी सम्भावना है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के बोर्ड में भी गांगुली का स्थान जय शाह को मिलेगा। जहाँ तक नए चेयरमैन की बात है तो रॉजर बिन्नी पहले संदीप पाटिल की अध्यक्षता वाली सीनियर चयन समिति के मेंबर रह चुके हैं। उनके बारे में मशहूर है कि उनके समय में उनके बेटे स्टुअर्ट बिन्नी के चयन के मामले में वो अपने आपको न्यूट्रल कर लेते थे.

मध्यम तेज गेंदबाज बिन्नी 1983 के विश्व कप में भारत की ऐतिहासिक खिताबी जीत के हीरो रहे हैं। बिन्नी ने तब आठ मैचों में 18 विकेट लिए थे जो उस टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा थे. भारत के लिए 27 टेस्ट और 72 वनडे इंटरनेशनल खेलने वाले रॉजर बिन्नी ऐसे समय में पद संभाल रहे हैं जब टीम इंडिया टी 20 विश्व कप में 2007 का इतिहास दोहराने की नीयत से मिशन मेलबोर्न के लिए रवाना हुई है, उसका पहला मैच चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ 23 अक्टूबर को है।