नई दिल्ली: भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद भारत बायोटेक ने ब्राजील के पार्टनरों के साथ कोवैक्सीन के लिए डील खत्म कर दी है. ब्राजील सरकार के साथ वैक्सीन की 20 मिलियन डोज की आपूर्ति के लिए हुआ समझौता विवाद में आ गया और यह जांच का विषय बन गया. इसी वजह से एमओयू समाप्त कर दिया गया.

ब्राजील में Precisa Medicamentos, भारत बायोटेक की पार्टनर है, जो रेगुलेटरी सबमिशन, लाइसेंस, वितरण, बीमा और तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल के संचालन के साथ सहायता, मार्गदर्शन और समर्थन प्रदान करती है. कंपनी ने कहा, “कंपनी ने एमओयू को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया है. इसके बावजूद, भारत बायोटेक ब्राजील की दवा नियामक संस्था ANVISA के साथ कोवैक्सिन के लिए नियामक अनुमोदन प्रक्रिया को पूरा करने के लिए लगन से काम करना जारी रखेगा.”

भारत बायोटेक ने ब्राजील के क्षेत्र में कोवैक्सीन को पेश करने के उद्देश्य से 20 नवंबर को प्रीसीसा मेडिकामेंटोस और एनविक्सिया फार्मास्युटिकल्स एलएलसी के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे.

भारत बायोटेक ने कहा कि वैक्सीन की वैश्विक कीमत 15-20 अमेरिकी डॉलर के बीच निर्धारित की गई है और इसके अनुसार ब्राजील सरकार को 15 अमेरिकी डॉलर प्रति डोज की दर से जैब की पेशकश की गई थी. कंपनी ने कहा कि उसे कोई अग्रिम भुगतान प्राप्त नहीं हुआ है और न ही उसने ब्राजील में स्वास्थ्य मंत्रालय को कोई टीके की आपूर्ति की है.