स्पोर्ट्स डेस्क
रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम ने वनडे के बाद टी20 सीरीज में भी अच्छा आगाज किया. टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज को टी20 सीरीज के पहले मैच में 6 विकेट से हरा दिया.

कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में बुधवार 16 फरवरी को खेले गए पहले टी20 में डेब्यू कर रहे लेग स्पिनर रवि बिश्नोई समेत गेंदबाजों ने वेस्टइंडीज को सिर्फ 157 रन के स्कोर पर रोक दिया. उसके बाद टीम इंडिया ने कप्तान रोहित शर्मा की धमाकेदार शुरुआत से तैयार बुनियाद का फायदा उठाते हुए 19वें ओवर में जीत दर्ज कर ली. इसके साथ ही टीम इंडिया ने 3 मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली.

इस साल के टी20 वर्ल्ड कप की तैयारियों की शुरुआत के तौर पर देखी जा रही इस सीरीज के पहले ही मैच में भारतीय टीम ने एक नए खिलाड़ी को आजमाया और इसका अच्छा नतीजा भी मिला. टीम इंडिया ने 21 साल के लेग स्पिनर रवि बिश्नोई को मौका दिया और बिश्नोई (2/17) ने अपनी बेहतरीन गुगली के दम पर वेस्टइंडीज के धाकड़ और ताकतवर बल्लेबाजों को सिर्फ 157 रन तक बांध दिया.

भारत के सामने लक्ष्य ज्यादा बड़ा नहीं था और ईडन गार्डन्स में पड़ रही ओस के कारण इसे हासिल करने में ज्यादा मुश्किल नहीं होनी चाहिए था. कप्तान रोहित शर्मा ने इसे सुनिश्चित भी किया. पहले ओवर में सिर्फ 3 रन आने के बाद रोहित के बल्ले से रन फूटने शुरू हो गए. भारतीय कप्तान ने पिछले कुछ मैचों में टीम इंडिया को पावरप्ले में ही धुआंधार शुरुआत दिलाई है और एक बार फिर यही काम उन्होंने किया. रोहित के सिर्फ 19 गेंदों में ठोके 40 रन (4 चौके, 3 छक्के) के दम पर भारतीय टीम ने 7 ओवरों में ही 60 से ज्यादा रन बना लिए थे.

रोहित का विकेट गिरने के बाद भारतीय पारी ने अपनी रफ्तार खोई और बीच में जल्दी-जल्दी तीन विकेट और गिर गए. तूफानी शुरुआत के लिए ओपनिंग में भेजे गए इशान किशन उम्मीद के मुताबिक नहीं खेल पाए और 35 रन (42 गेंद) बनाकर आउट हुए. वहीं बेहतर लय में दिख रहे विराट कोहली फिर बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे, जबकि ऋषभ पंत भी जल्दी चलते बने.

ऐसी स्थिति में सूर्यकुमार यादव और वेंकटेश अय्यर ने पारी को संभाला. सूर्या ने खास तौर पर बाउंड्रियों की कमी को दूर किया और रनों की रफ्तार को फिर से वापस हासिल किया. दोनों ने पांचवें विकेट के लिए सिर्फ 26 गेंदों में ही नाबाद 48 रनों की साझेदारी कर डाली. सूर्या ने सिर्फ 18 गेंदों में 35 रन ठोके, जबकि वेंकटेश ने 24 रन (13 गेंद) बनाए. वेस्टइंडीज के लिए ऑफ स्पिनर रॉस्टन चेज ने सिर्फ 14 रन देकर 2 विकेट हासिल किए.

इससे पहले भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और पहले ही ओवर में भुवनेश्वर कुमार ने ब्रैंडन किंग का विकेट हासिल कर दिया. फिर अगले 6 ओवरों में काइल मेयर्स और निकोलस पूरन ने 47 रनों की साझेदारी कर टीम को बेहतर स्थिति में पहुंचाया. लेकिन अगले 4 ओवरों में टीम ने 3 विकेट गंवा दिए. इसमें मेयर्स (31) को युजवेंद्र चहल ने अपने पहले ही ओवर में शिकार बना दिया, जबकि डेब्यू कर रहे लेग स्पिनर बिश्नोई ने अपने दूसरे ओवर में रॉस्टन चेज और रोवमैन पावेल के विकेट हासिल कर विंडीज पारी को मुश्किल में डाल दिया.

हालांकि, दूसरी ओर से निकोस पूरन डटे रहे और उन्होंने भारतीय गेंदबाजों को निशाना बनाना जारी रखा. पूरन ने 40 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया. पूरन 18वें ओवर में आउट हुए. उन्होंने 43 गेंदों में 61 रन (4 चौके, 5 छक्के) बनाए. वेस्टइंडीज की ओर से कोई भी अन्य बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल सका. भारत के लिए बिश्नोई के अलावा, हर्षल पटेल (2/37) और दीपक चाहर, भुवनेश्वर और चहल को 1-1 विकेट मिले.