लखनऊ:
बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने 31 मार्च 2023 को समाप्त तिमाही और वर्ष के लिए वित्तीय परिणामों की घोषणा कर दी है। वित्तीय वर्ष 23 में बैंक ऑफ़ बड़ौदा के लाभ में दोगुने का इजाफा हुआ है। बैंक ने अब तक के सर्वाधिक तिमाही शुद्ध लाभ 4775 करोड़ रुपये जो कि सालाना आधार पर 168 फीसदी अधिक है और सालाना शुद्ध लाभ 14110 करोड़ जो कि बीते साल के मुकाबले 94 फीसदी अधिक है, की घोषणा की है।

बैंक को वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में शुद्ध ब्याज आय में 33.8 फीसदी वृद्धि हुयी है जबकि पूरे साल में यह वृद्धि 26.8 फीसदी रही है। वित्त वर्ष 23 के लिए बैंक का इक्विटी पर प्रतिलाभ (आरओई) वर्ष दर वर्ष 648 बीपीएस बढ़कर 18.34 फीसदी रहा। वहीं वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही के लिए आरओई वर्ष दर वर्ष 1321 बीपीएस बढ़कर 24.82 फीसदी रहा है। बैंक के परिचालन लाभ में वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में वर्ष दर वर्ष 43.3 फीसदी और वित्त वर्ष 2023 में वर्ष दर वर्ष 20 फीसदी की उल्लेखनीय वृद्धि हुई।

बैंक आय के सापेक्ष लागत अनुपात में 152 बीपीएस की कमी करने में सफल रहा है और वित्त वर्ष 23 हेतु लागत आय अनुपात 47.72 फीसदी दर्ज की है। बैंक की ऋण लागत वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में 0.14 फीसदी एवं वित्त वर्ष 23 में 0.53 फीसदी के रिकार्ड निचले स्तर पर रही है।

वित्तीय परिणामों के मुताबिक 31 मार्च, 2023 तक बैंक ने रु. 21,73,236 करोड़ का कुल व्यवसाय अर्जित किया, जिसमें वर्ष दर वर्ष 16.6 फीसदी की वृद्धि हुई। बैंक के निदेशक मंडल ने प्रति शेयर रु. 5.5 के लाभांश की घोषणा करने की सिफारिश की है जो आवश्यक अनुमोदन के अधीन है।