दारुल उलूम देवबंद ने ईदगाह में नमाज पढ़ने की इजाजत देने के लिए मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

इंस्टेंटखबर ब्यूरो

लखनऊ: मरकज़ी चाँद कमेटी के सदर, इमाम ईदगाह मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली (maulana khalid rasheed firangi mahli) ने एलान किया है कि आज (21 जुलाई) को ईदुल अज़हा का चाँद नहीं हुआ है लिहाज़ा जिलहिज्ज की पहली तारीख 23 जुलाई होगी और बक़रीद 1 अगस्त को मनाई जाएगी|

वहीँ शिया चाँद कमेटी के अध्यक्ष सैय्यद मौलाना सैफ अब्बास नकवी (maulana saif abbass naqvi) ने भी सूचना दी है कि ज़िलहिज़्ज़ा का चाँद नही हुवा है। इसलिए कल 22 जुलाई 2020 को 30 ज़ीकादह है और 23 जुलाई को पहली ज़िलहिज़्ज़ है और 31 जुलाई को शहादते मुसलिम बिन अक़ील है और 01 अगस्त 2020 को बक़रीद है और 09 अगस्त को ईदे गदीर है एवं 15 अगस्त 2020 को ईदे मुबाहेला है।

उधर दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी (ahamd bukhari) ने घोषणा की है कि ईद-उल-अजहा 1 अगस्त यानी शनिवार को मनाया जाएगा, क्योंकि आज चाँद नहीं देखा गया।

इस्लामी शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद (darul uloom deoband) ने बकरीद के मद्देनजर राज्य सरकार से ईदगाह में नमाज पढ़ने की इजाजत देने और कुर्बानी की व्यवस्था करने की मांग करते हुए इस सिलसिले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है।