तौक़ीर सिद्दीक़ी

एशिया कप 2023 का आज पाकिस्तान के शहर मुल्तान में आग़ाज़ हुआ. मैच होस्ट नेशन पाकिस्तान और नेपाल की टीम के बीच खेला गया. मैच का नतीजा भी उम्मीद के मुताबिक ही निकला और ODI की नंबर एक टीम के हाथों अपना पहला एशिया कप खेल रही टीम को एक बहुत बड़ी हार का सामना करना पड़ा. पाकिस्तान को अपने घरेलू मैदान पर 238 रनों की जीत हासिल हुई जो रनों के ऐतबार से पाकिस्तान की तीसरी सबसे बड़ी जीत रही. भारत के खिलाफ 2 सितम्बर को होने वाले एक बड़े मुकाबले से पहले इतनी बड़ी जीत, भले ही किसी भी टीम के खिलाफ हासिल हुई हो, मायने रखती है. दोनों टीमों के बीच अनुभव का फर्क साफ़ नज़र आया, वरना शुरुआत तो नेपाल ने अच्छी की थी.

मैच की बात करें तो पाकिस्तान की पारी के दौरान पहले 25 ओवरों नेपाल के गेंदबाज़ों ने पाकिस्तान के बल्लेबाज़ों का कड़ा इम्तेहान ज़रूर लिया और 125 रनों पर चार विकेट भी हासिल कर लिए मगर यहीं से कहानी बदलना शुरू हुई. नेपाल की अनुभवहीनता यहाँ से ज़ाहिर होना शुरू हुई जिसका पूरा फायदा एकदिवसीय क्रिकेट में दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज़ बाबर आज़म ने भरपूर तरीके से उठाया और एशिया कप में किसी भी बल्लेबाज़ द्वारा 151 रनों का सबसे बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया। इफ़्तेख़ार ने भी आज ज़बरदस्त बल्लेबाज़ी की और ODI क्रिकेट में अपना पहला तूफानी शतक जड़ दिया जो सिर्फ 67 गेंदों में आया.

नेपाल के लिए हालात थोड़ा अलग भी हो सकते थे अगर वो बाबर आज़म का उस वक्त कैच पकड़ लेते जब वो शायद 51 रन पर थे, यह कैच भी कोई मुश्किल कैच नहीं था, एक फॉलो थ्रू कैच था जिसे नेपाल के medium पेसर करन केसी ने टपका दिया। सोचिये बाबर आज़म ने इस जीवनदान के बाद नेपाल को कितना गहरा घाव दिया, कैच का मौका तो इफ़्तेख़ार ने भी दिया था मगर उसके लिए ट्राई ही नहीं किया गया और इसके बाद इन दोनों बल्लेबाज़ों ने नेपाली गेंदबाज़ों की जो दुर्गति की वो सबके सामने है. नेपाल की फील्डिंग की तारीफ की जाय या बुराई, उनके क्षेत्ररक्षकों ने जहाँ तीन मौके गंवाए वहीँ दो बेहतरीन थ्रो मारकर इमामुल और रिज़वान को पवेलियन भी भेजा। एक तरफ उनकी विकेट पर थ्रोइंग जहाँ बेहतरीन रही वहीँ मिसफील्डिंग से कई चौके भी दिए.

नेपाल की बल्लेबाज़ी की जहाँ तक बात करें तो उनका सामना दुनिया के सबसे खतरनाक तेज़ गेंदबाज़ों की तिकड़ी से था जिन्होंने हमेशा की तरह टीम को एक अच्छी शुरुआत दी. नेपाल की टीम 25 ओवर भी नहीं खेल सकी और इससे किसी को हैरानी भी नहीं हुई. आरिफ शेख और सोमपाल कामी ने ज़रूर कुछ देर डटने की कोशिश की और 50 रनों की साझेदारी भी की लेकिन इसके बाद सबकुछ पहले से लिखी इबारत की तरह हुआ. नेपाल के लिए ये एक बड़ा मौका था, एक बड़ी टीम के खिलाफ, बड़े बल्लेबाज़ों के खिलाफ और बड़े गेंदबाज़ों के खिलाफ प्रदर्शन करने का. उम्मीद है कि नेपाल की टीम ने काफी कुछ सीखा होगा। नेपाल का अगला मैच 4 सितम्बर को भारत के खिलाफ 4 सितम्बर को पाल्लेकल में होगा, जिसमें वो आज के मैच में की गयी अपनी गलतियों को थोड़ा सुधारने का मौका मिलेगा। नेपाल के लिए यह एशिया कप इस लिहाज़ से सबसे ख़ास इसलिए है कि पाकिस्तान और भारत जैसी टीमों से खेलने का मौका मिल रहा है और नेपाल के भविष्य के लिए ये एक बड़ी अच्छी बात है.