टीम इंस्टेंटखबर
संयुक्त राष्ट्रसंघ के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने म्यांमार में 11 लोगों की हत्या पर दुख जताया है। उन्होंने इस हिंसा की कड़े शब्दों में निंदा की है।

म्यांमार की सेना द्वारा 11 लोगों को ज़िंदा जलाए जाने के बाद संयुक्त राष्ट्रसंघ ने म्यांमार की सेना की निंदा की है।

म्यांमार के स्थानीय मीडिया और वहां के आम लोगों का कहना है कि सेना ने सगैंग प्रांत के डोंटाव गांव में रहने वाले ग्यारह लोगों के हाथ बांधकर उनको जला दिया।

हालांकि सेना ने इस दावों का खण्डन करते हुए इसे फेक न्यूज़ बताया है किंतु स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने अपनी आखों से हाथ बंधी हुई जली लाशों को देखा है।

बताया जाता है कि म्यांमार के सगैंग प्रांत के इस गांव के सैन्य समूह पीपल्स डिफेंस फोर्स और सेना के बीच आए दिन झड़पें होती रहती हैं। हालिया दिनों में सगैंग सहित म्यांमार के दूसरे क्षेत्रों में भी सेना के विरुद्ध कार्यवाहियां तेज़ हो गई हैं।

उल्लेखनीय है कि फरवरी में सेना द्वारा म्यांमार की सत्ता हथियाने के बाद से अबतक सैनिकों के हाथों 1300 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। सेना ने 8400 लोगों को जेलों में ठूंस रखा है। सैन्य विद्रोह के बाद से म्यांमार की अर्थव्यवस्था बहुत ख़राब हो गई है जिससे जनता चिंतित है।