अदनान
लियोनल मेस्सी की अर्जेन्टीना ने शनिवार को ब्राजील को 1-0 से हराकर कोपा अमेरिका फुटबॉल टूर्नामेंट जीत लिया जो राष्ट्रीय टीम का 28 साल में पहला बड़ा खिताब है. साथ ही यह सुपरस्टार फुटबॉलर मेस्सी का भी टीम के साथ पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय खिताब है.

रियो दि जिनेरियो के मराकाना स्टेडियम में मैच का एकमात्र गोल 22वें मिनट में एंजेल डि मारिया ने दागा। रोड्रिगो डि पॉल ने मारिया की तरफ लंबा पास दिया। तैंतीस 33 साल के इस अनुभवी स्ट्राइकर ने लेफ्ट बैक रेना लोडी की खराब डिफेंडिंग का फायदा उठाते हुए गेंद को अपने कब्जे में लिया और गोलकीपर एडरसन को छकाते हुए अर्जेन्टीना को बढ़त दिला दी जो निर्णायक साबित हुई। अर्जेन्टीना ने इस तरह 1993 से चले आ रहे खिताब के सूखे को खत्म किया.

टूर्नामेंट में ब्राजील के खिलाफ यह सिर्फ तीसरा गोल था. नेमार ने खूबसूरत ड्रिबल और पास का नजारा पेश करके ब्राजील को बराबरी दिलाने की कोशिश की लेकिन मेजबान टीम के स्ट्राइकर अर्जेन्टीना के गोलकीपर एमिलियानो मार्टिनेज को बामुश्किल परेशान कर पाए। कोच टिटे की ब्राजील टीम ने कोपा अमेरिका के पिछले पांच मुकाबले जीते थे और सभी में गोल दागे थे. मेस्सी को मलाल रहेगा कि टूर्नामेंट में पिछले मुकाबलों की तरह फाइनल में भी वह प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर पाए. उन्होंने हालांकि टूर्नामेंट के दौरान चार गोल किए और पांच गोल करने में मदद की. मेस्सी को 88वें मिनट में गोल करने का शानदार मौका मिला। उन्हें सिर्फ ब्राजील के गोलकीपर को छकाना था लेकिन एडरसन ने उन्हें रोक दिया.

अर्जेन्टीना के कोच लियोन स्केलोनी ने हैरान करते हुए सेमीफाइनल में कोलंबिया को पेनल्टी शूट आउट में हराने वाली टीम की शुरुआती एकादश में पांच बदलाव किए. उन्होंने गोंजेलो मोंटिएल, क्रिस्टियन रोमेरो, मार्कोस एकुना, लिएंड्रो पेरेडेस और डि मारिया को शुरुआत एकादश में नाहुएल मोलिना, निकोलस टेगलियाफिको, गुइडो रोड्रिग्ज और निकोलस गोंजालेज की जगह मौका दिया. ब्राजील ने हालांकि अपनी शुरुआती एकादश में कोई बदलाव नहीं किया.

यह खिताब अर्जेन्टीना के लिए राहत है जिसने अपना पिछला बड़ा खिताब तब जीता था जब मेस्सी सिर्फ छह साल के थे. रियो में शनिवार का खिताब अर्जेन्टीना का 15वां कोपा अमेरिका खिताब है. अर्जेन्टीना की टीम टूर्नामेंट में अजेय रही और उसने उरूग्वे के रिकॉर्ड की बराबरी की,ब्राजील ने नौ बार यह खिताब जीता है. मेस्सी ने बार्सीलोना के साथ कई खिताब जीते लेकिन 2007, 2015 और 2016 में कोपा अमेरिका के फाइनल में पहुंचने के बावजूद उनकी टीम को हर बार हार का सामना करना पड़ा. अब टीम के पास मराकाना स्टेडियम की अच्छी यादें हैं जहां अर्जेन्टीना को 2014 विश्व कप के फाइनल में जर्मनी के खिलाफ शिकस्त झेलनी पड़ी थी.