एप्पल बड़ी तेल कंपनी सऊदी अरामको को पीछे छोड़कर दुनिया की सबसे मूल्यवान पब्लिक ट्रेडेड कंपनी बन गई है. कंपनी का मार्केट वैल्यूएशन 1.84 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गया है. एप्पल की इस बढ़त की वजह कंपनी की मजबूत कमाई की रिपोर्ट है और उसके शेयरों में शुक्रवार को बंद तक 10.47 फीसदी का उछाल आया है.

सीएनबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी अरामको पिछले साल बाजार में आने के बाद से सबसे मूल्यवान सार्वजनिक तौर पर लिस्टेड कंपनी रही है. अब आखिरी बंद के मुताबिक यह 1.76 ट्रिलियन डॉलर के साथ पिछड़ रही है.

एप्पल की तीसरी तिमाही में हुई मजबूत वित्तीय कमाई गुरुवार को जारी हुई जिससे उसके शेयरों को बड़ा फायदा मिला. निवेशक कंपनी की सालाना आधार पर 11 फीसदी की ग्रोथ से आकर्षित हुए. इसके साथ कंपनी ने 4 फॉर 1 स्पलिट का भी एलान किया. कंपनी ने कोरोना वायरस महामारी की वजह से मार्च में अपने निचले स्तर से रिकवर कर लिया है.

सीएनबीसी ने कहा कि इस साल उसके शेयरों में 44 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है. मोर्गन स्टेनली के विश्लेषकों ने एक रिसर्च नोट में लिखा कि कोरोना वायरस संकट के बावजूद एप्पल ने हर सेगमेंट और भूगोल में रेवेन्यू में बढ़ोतरी हासिल की है. उन्होंने कहा कि उन्होंने आम सहमति के मुताबिक 14 फीसदी के रेवेन्यू को मात दे दी है.

एप्पल को कोरोना वायरस महामारी की वजह से दुनिया भर खासकर अमेरिका में बड़े स्तर पर अपने रिटेल स्टोर्स को बंद रखना पड़ा था. लेकिन कंपनी के वर्क ऑफ फोम ट्रेंड और ऑनालइन सेल्स में बढ़ोतरी होने से उसके कुल परिचालन को बढ़ावा मिला. एप्पल के सीईओ टिम कुक ने विश्लेषकों के साथ कॉल में कहा कि उन्हें इस बात का अहसास है कि यह नतीजे ऐसे समय में थोड़ी राहत देने वाले हैं, जब छोटे और बड़े कारोबारों के लिए वास्तविक आर्थिक मुश्किलें हैं और विशेषकर परिवारों को इनका सामना करना पड़ रहा है.