दुनियाभर के 300 से अधिक सांसदों और नीति निर्धारकों ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक पर बल दिया है कि वह कोरोना वायरस की वजह से बहुत अधिक ग़रीब देशों का ऋण ख़त्म करें और अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संकट से बचने के लिए वित्तीय सहयोग में वृद्धि करें।

यह अपील विश्व बैंक और आईएमएफ़ के प्रमुखों के साथ साथ अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प और अन्य अंतर्राष्ट्रीय नेताओं को भेजे गये पत्रों में सामने आई है। उन्होंने दोनों अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं को 15 दिन में जवाब देने को कहा है।

आईएमएफ़ की मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टालीना जारजिया ने मंगलवार को कहा था कि संस्था 2020 में अंतर्राष्ट्रीय आउट पुट की भविष्यवाणी पर पुनर्विचार करने और उसे और अधिक कम करने की संभावना है।

उनका कहना था कि विकासशील देशों को इस संकट से निपटने के लिए ढाई खरब डॉलर से अधिक की वित्तीय मदद की आवश्यकता होगी।