टीम इंस्टेंटखबर
आईसीएमआर-रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर (भुवनेश्वर) की स्टडी में खुलासा कि कोविशील्ड और कोवैक्सीन की दोनों डोज़ लगवाने वालों में 2 महीने बाद एंटीबॉडीज घटने लगती है। यह स्टडी इसी साल मार्च महीने में शुरू की गई थी।

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर (भुवनेश्वर) की स्टडी मेंपाया गया कि कोविशील्ड और कोवैक्सीन लगवाने वालों में 2-3 महीने बाद एंटीबॉडीज घटने लगती है। स्टडी में पाया गया कि एंटीबॉडीज में गिरावट होती है लेकिन शरीर में एंटीबॉडीज बनी रहती हैं। हालांकि स्‍टडी में हमने पाया कि दो से तीन महीनों के दौरान इसके स्तर में काफी गिरावट आई है।

बता दें कि कोविशील्ड और कोवैक्सीन दोनों के कुल 614 प्रतिभागियों के साथ एक स्टडी की गयी। स्टडी में पाया गया कि एंटीबॉडीज में गिरावट होती है लेकिन शरीर में एंटीबॉडीज बनी रहती हैं। स्टडी का उद्देश्य कोरोना वायरस के खिलाफ लगने वाली वैक्सीन की एंटीबॉडी केएंटीबॉडी के बारे में जानकारी प्राप्त करना है।