जेवलिन थ्रोअर मेरठ की अन्नू रानी को रैंकिंग सिस्टम ने दिलाया ओलम्पिक का टिकट

मेरठ: भाला फेंक चैंपियन अन्नू रानी ओलम्पिक में मेरठ का झंडा लहराएंगी, मेरठ के बहादरपुर गांव की इस बेटी का चयन वर्ल्ड एथलीट रैंकिंग सिस्टम के आधार पर टोक्यो ओलम्पिक के लिए हो गया है. इस खबर के फैलते ही अन्नू रानी के परिवार, गाँव के अलावा पूरे ज़िले में ख़ुशी की लहर दौड़ गयी है.

आर्थिक समस्याओं के बावजूद 12 साल के खेल कॅरियर में अन्नू रानी को आखिरकार अपनी मेहनत का फल मिला और ओलम्पिक का टिकट हासिल किया . अन्नू ने हाल ही में 63.24 मीटर भाला फेंककर नेशनल रिकॉर्ड स्थापित किया था. ओलंपिक क्वालिफाई करने से लिए वह मात्र .77 मीटर से चूक गई थीं, लेकिन जहाँ चाह होती है वहां राह होती है और वर्ल्ड रैंकिंग के आधार पर ओलंपिक में शामिल होने का मौका अन्नू को मिल ही गया.

अन्नू की कामयाबियों में 2014 एशियाई गेम्स में कांस्य, 2014 कामनवेल्थ गेम्स में प्रतिभाग, 2015 में एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य, 2017 में एशियाई चैंपियनशिप में रजत, वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में जगह पक्की करने वाली पहली भारतीय बनना, आठ राष्ट्रीय रिकॉर्ड होल्डर एथलीट रहना शामिल हैं.

28 अगस्त 1992 को जन्मीं अन्नू रानी पांच बहन-भाइयों में सबसे छोटी हैं. पिता अमरपाल खुद शॉटपुट खिलाड़ी रह चुके हैं. पिता की प्रेरणा से अन्नू रानी ने खेल के मैदान पर कदम रखा.शुरुआत में भाला फेंक के साथ गोला फेंक और चक्का फेंक में अभ्यास करती थीं. लेकिन आखिरकार उन्होंने भाला फेंक को अपना भविष्य चुना.

टोक्यों ओलम्पिक का टिकट पाने वालों अन्नू रानी प्रदेश की 13वीं खिलाड़ी हो गई हैं. मेरठ की रेस वॉकर प्रियंका गोस्वामी. शूटर सौरभ चौधरी, हॉकी प्लेयर वंदना कटारिया और अब अन्नू रानी को ओलम्पिक का टिकट मिल गया है. पैरा एथलीट विवेक चिकारा का भी चयन ओलम्पिक के लिए हुआ है. मेरठ की बहु रहीं डिस्कस थ्रोअर सीमा पुनिया का भी ओलम्पिक के लिए चयन हुआ है. मेरठ की रहने वाली एथलीट पारुल चौधरी पर सबकी निगाहें हैं कि क्या वो भी आलम्पिक कोटा हासिल कर पाएगी. उन्हें लेकर एएफआई जल्द फैसला लेगा.