नई दिल्ली: एशिया में बजट एयरलाइन क्रांति की पोस्टर बॉय माने जाने वाली एयर एशिया भारत में अपना कारोबार समेटने की तैयारी में है। खुद नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इसकी पुष्टि की है। जब पुरी पूछा गया कि एयर एशिया ने चंडीगढ़ से अपनी उड़ानें क्यों बंद कर दी तो उन्होंने कहा, ‘एयर एशिया की दुकान बंद होने वाली है। उनकी पेरेंट कंपनी में प्रॉब्लम है।’ हालांकि बाद में पुरी के ऑफिस ने कहा कि उनके बयान को संदर्भ से हटाकर पेश किया गया।

एयर एशिया की भारतीय कंपनी एयर एशिया इंडिया (Air Asia India) में टाटा ग्रुप का मैज्योरिटी स्टेक है। इस बारे में पूछे जाने पर कंपनी के प्रवक्ता ने टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया। सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के एक प्रवक्ता ने कहा कि पुरी के बयान को संदर्भ से हटाकर पेश किया गया। उन्होंने तुरंत इसका स्पष्टीकरण दे दिया था।

एयर एशिया की मूल कंपनी AirAsia Group Bhd है। मलेशिया की इस एयरलाइन को कभी एशिया में सस्ती विमानन सेवा में आई क्रांति के पोस्टर बॉय के रूप में देखा जाता था। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण एयरलाइन सेक्टर बुरी तरह प्रभावित हुआ है। एयर एशिया की इस साल के अंत तक 2.5 अरब रिंगिट जुटाने की योजना है। कंपनी जापान में अपना कारोबार बंद करने पर विचार कर रही है।