टीम इंस्टेंटखबर
अफ़ग़ानिस्तान में सत्ता हस्तांतरण की ख़बरों के बीच अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने अफ़ग़ान सरकार की आलोचना करते हुए कहा है कि अफ़ग़ानिस्तान के राजनेताओं और सैनिकों के अंदर तालेबान को रोकने और उनसे मुकाबले की इच्छाशक्ति नहीं और यह चिंता की बात है।

अमेरिकी रक्षामंत्रालय पेंटागन के प्रवक्ता जॉन कर्बी ने सीएनएन से वार्ता में तालेबान की तीव्र प्रगति की ओर संकेत किया और अफ़ग़ान नेताओं और सुरक्षा बलों पर आरोप लगाया कि उनके अंदर तालेबान से मुकाबले की हिम्मत नहीं है।

इसी प्रकार उन्होंने अफ़ग़ानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की संदिग्ध और दायित्वहीन वापसी और दोहा में तालेबान के साथ होने वाले गोपनीय समझौते की ओर संकेत किये बिना कहा कि यह बात चिंताजनक है कि अफ़ग़ानिस्तान के राजनीतिक और सैन्य नेताओं के अंदर तालेबान की प्रगति को रोकने की हिम्मत नहीं है।

ज्ञात रहे कि जब से अफ़ग़ानिस्तान से अमेरिकी और नैटो सैनिकों की संदिग्ध वापसी आरंभ हुई है तब से अफ़ग़ानिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों पर तालेबान का नियंत्रण होता गया और अब यह इस गुट के लड़ाके अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में दाखिल हो गये हैं।

ज्ञात रहे कि अफ़ग़ानिस्तान के लोग इस देश में मौजूद समस्याओं का स्रोत व जनक अमेरिका को मानते हैं और उनमें से बहुत से लोगों का मानना है कि तालेबान की प्रगति अमेरिका के साथ दोहा में होने वाले गुप्त समझौते का परिणाम है।