वाशिंगटन: अमेरिका के शीर्ष स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने चेताया है कि अगर कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए सरकार और जनता की ओर से बड़ी पहल नहीं हुई तो अमेरिका में रोजाना एक लाख संक्रमण के नए मामले देखने को मिल सकते हैं। ये संख्या अभी के रोज आ रहे संक्रमण के मामलों से दोगुने से भी ज्यादा है।

गलत दिशा में बढ़ रहे हैं हम
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कोरोना वायरस टास्क फोर्स के सदस्य और संक्रामक बीमारियों के विशेषज्ञ एंथनी फॉसी ने कहा है कि महामारी को रोकने के मामले में अमेरिका गलत दिशा की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी लोगों के लिए अभी भी मास्क पहनना जरूरी है भीड़ से जितना संभव हो दूर रहना है।
सीनेट के पैनल के सामने एंथनी ने कहा, ‘मैं चिंतित हूं और जो हो रहा है, उससे संतुष्ट नहीं हूं क्योंकि हम गलत दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।’

टेक्सास, फ्लोरिडा का दिया उदाहरण
एंथनी ने अमेरिका के टेक्सास और फ्लोरिडा प्रांत का उदाहरण भी दिया जहां अब रोज करीब 40 हजार से ज्यादा नए कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस हो रही बढोतरी को तत्काल रोकने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘ये साफ है कि हम अभी पूरी तरह से कुछ भी नियंत्रित नहीं कर सके हैं। अगर रोजाना कोरोना संक्रमण के केस 1 लाख से ऊपर पहुंच गए तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा।’

सबसे प्रभावित देश
गौरतलब है कि अमेरिका में 25 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। अमेरिका अभी दुनिया में कोरोना से सबसे बुरी तरह से प्रभावित देश है और यहां इस महामारी से करीब 1 लाख 26 हजार लोगों की जान अब तक जा चुकी है। आलम ये है कि यूरोपियन यूनियन 1 जुलाई से जिन 15 देशों के लिए अपने बॉर्डर खोलने जा रहा है, उसमें अमेरिका का नाम शामिल नहीं है।

युवाओं को आगाही
एंथली फॉसी ने आशंका जाहिर करते हुए कहा कि कुछ राज्य बिजनेस और सार्वजनिक स्थानों को खोलने के लिए जरूरी बातों को नजरअंदाज कर रहे हैं। उन्होंने अमेरिकी युवाओ को भी आगाह किया जो बार वगैरह में जमा होने लगे हैं और मास्क सहित सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं।