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राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा सुपर स्पेशियलिटी (नीट एसएस 2021) ने पैटर्न में इस साल कोई बदलाव नहीं किए जाएंगे। संशोधित पैटर्न को अगले वर्ष से ही लागू किया जाएगा। अतिरिक्त सॉलीसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि नीट-एसएस 2021 की परीक्षा इस वर्ष मौजूदा पैटर्न के मुताबिक आयोजित की जाएगी। संशोधित पैटर्न शैक्षणिक सत्र 2022-2023 से ही प्रभावी होगा।

बेंच में जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस बीवी नागरत्ना शामिल थे। केंद्र सरकार द्वारा अतिरिक्त जनरल ऐश्वर्या भाटी पेश हुईं। इस दौरान जस्टिस चेंद्रचूड़ ने सॉलिसिटर जनरल से कहा, “आप नवंबर में परीक्षा के लिए अगस्त में बदलाव की घोषणा करते हैं। जब छात्र अदालत में आते हैं, तो परीक्षा को जनवरी में बदल देते हैं। यह देश में चिकित्सा शिक्षा की ओर सही इशारा नहीं है।” न्यायाधीश ने यह भी कहा कि ऐसा लगता है कि चिकित्मा शिक्षा और चिकित्सा विनियमन दोनों एक व्यवसाय बन गए हैं।

बता दें, केंद्र ने जनवरी 2022 तक परीक्षा स्थिगत करने का फैसला लिया था। नीट एसएस परीक्षा पैटर्न में अंतिम वक्त में किए गए बदलाव के खिलाफ 41 पीजी छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की। इस पर सुनवाई के दौरान केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि वह नए परीक्षा पैटर्न को लागू कर 10-11 जनवरी, 2022 को परीक्षा आयोजित करना चाहता है।