टीम इंस्टेंटखबर
पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को अपनी नई पार्टी के नाम की आधिकारिक घोषणा कर दी है। पार्टी का नाम “पंजाब लोक कांग्रेस” होगा। इस पार्टी के बैनर तले कैप्टन आगामी विधानसभा चुनाव में उतरेंगे। इससे पहले कैप्टन अमरिंदर ने कांग्रेस के सभी 7 पदों से इस्तीफा भी दिया।

साथ ही सोनिया गाँधी को लिखी गयी 7 पन्नों की चिट्ठी में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस के साथ अपने कई सालों के जुड़ाव और मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए पंजाब के हित में किए गए कामों का लेखा-जोखा भी पेश किया है।

सोनिया को लिखे पत्र में अमरिंदर ने लिखा “दशकों से कांग्रेस से जुड़े पूर्व मुख्यमंत्री ने पत्र में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा पर लगाम लगाने के बजाय नवजोत सिद्धू, जो “एक अस्थिर व्यक्ति” हैं और ”पाकिस्‍तान के प्रति साफ्ट कॉर्नर रखने वाले” हैं, को संरक्षण देने का आरोप लगाया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सोनिया गांधी गांधी ने “इस सज्जन की चालबाज़ी से आंखें मूंद लीं” जिन्हें प्रभारी महासचिव हरीश रावत ने उनकी सहायता की और उकसाया था.

ट्विटर पर बुलाई गई विधायक दल की बैठक का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि वह समझते हैं कि इरादा उन्हें नीचा दिखाने और अपमानित करने का था. अगली सुबह, सोनिया गांधी ने उन्हें फोन किया और शीर्ष पद से उनका इस्तीफा मांगा.

चिट्ठी में अमरिंदर सिंह ने लिखा, “आपने शायद सोचा कि अगर जून 1975 में आपातकाल जैसा सर्कस लागू नहीं होता, तो मैं विधायकों को किसी रिसॉर्ट में ले जाता।सार्वजनिक जीवन में अपने 52 वर्षों के बेहतर हिस्से के लिए मुझे जानने के बावजूद और वह भी एक गहरे व्यक्तिगत स्तर पर आपने मुझे या मेरे चरित्र को कभी नहीं समझा. आपने सोचा कि मैं वर्षों से चला आ रहा हूं तो मुझे दरकिनार कर देना चाहिए.”

राजीव गांधी का जिक्र करते हुए उन्होंने लिखा है, ‘आपके और आपके बच्चों के आचरण से मुझे बहुत दुख पहुंचा है. मैं अभी भी उन्हें अपने बच्चों जितना ही प्यार करता हूं, ये जानते हुए कि मैं उनके पिता को 1954 से स्कूल के समय से जानता हूं, जिसे अब करीब 67 साल हो गए हैं, पिछले कुछ महीनों के दौरान मुझे काफी दुख पहुंचाया गया है. मुझे उम्मीद है कि कोई अन्य वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ऐसा अपमान न झेले जैसा कि मैंने झेला था.’