लखनऊ:
यूपी विधान परिषद की दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव बीजेपी की जीत लगभग तय है क्योंकि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सरेंडर करते हुए इन दोनों सीटों पर अपने प्रत्याशी नहीं उतारने पर विचार कर रहे हैं, हालांकि अभी उन्होंने इसका ऐलान नहीं किया है.

चर्चा है कि अखिलेश विधान परिषद की 2 सीटों पर प्रत्याशी नहीं उतारेंगे, क्योंकि सपा के पास इन सीटों को जीतने के लिए पर्याप्त वोट ही नहीं हैं. वहीं, बीजेपी के नेताओं के मुताबिक पार्टी के नेताओं के अलावा सपा से नाता तोड़ने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के मुखिया ओपी राजभर भी अपने बेटे अरविंद राजभर को विधान परिषद भेजने के प्रयास में लगे हुए हैं. जल्दी ही भाजपा का शीर्ष नेतृत्व विधान परिषद की इन दोनों सीटों के उम्मीदवारों की घोषणा करेगा.

राज्य विधान परिषद की जिन 2 सीटों पर उपचुनाव हो रहा है, इसमें एक सीट सपा नेता अहमद हसन के निधन और दूसरी सीट भाजपा के ठाकुर जयवीर सिंह के विधायक चुने जाने के बाद खाली हुई है. दोनों सीटों के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. 11 अगस्त को वोटिंग होगी. एक सीट पर जीत के लिए 200 वोटों की जरूरत है. इतने वोट सपा के पास नहीं हैं.