नई दिल्ली: एयरटेल के मुखिया सुनील मित्तल ने कहा है कि आने वाले दिनों में सिर्फ दो टेलिकॉम कंपनियों का ही अस्तित्व रह सकता है। उन्होंने कहा कि आर्थिक संकट के चलते यह स्थिति पैदा हो सकती है और देश में सिर्फ दो टेलिकॉम कंपनियां रह जाएंगी। भारती एयरटेल के चेयरमैन ने कहा, ‘टेलिकॉम सेक्टर पर पैदा हुए आर्थिक दबाव के चलते कारोबार दो ही कंपनियों के बीच सिमट सकता है। यदि तीसरी कंपनी के प्रमोटर बड़े पैमाने पर कैपिटल नहीं जुटा पाते हैं तो फिर मुकाबले में बने रहना मुश्किल होगा। एयरटेल पर भी विपरीत असर पड़ा है। हमने राइट्स इश्यू एवं अन्य तरीकों से कंपनी में नई पूंजी लाने का काम किया है। तीसरी कंपनी को भी ऐसा ही कुछ करना होगा।’

भले ही सुनील मित्तल ने किसी कंपनी का सीधे तौर पर नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा साफ तौर पर वोडाफोन आइडिया की ओर था, जो गहरे आर्थिक संकट से जूझ रही है। सरकारी एजीआर बकाये को लेकर चिंता जताते हुए सुनील मित्तल ने कहा, ‘एजीआर पेमेंट बहुत अधिक है और इससे टेलिकॉम कंपनियां पर बोझ बढ़ गया है। कंपनियों को पेनल्टी और इंटरेस्ट बड़े पैमाने पर देना पड़ रहा है। इस बड़ी रकम ने इंडस्ट्री का पूरा कैश निकालने का काम किया है, जो 4जी और 5जी नेटवर्क पर खर्च किया जा सकता था।’ एयरटेल के मुखिया ने भले ही एजीआर की रकम को ज्यादा बताया, लेकिन उन्होंने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार करेंगे।