टीम इंस्टेंटखबर
भारतीय वायुसेना का एक हेलीकॉप्‍टर तमिलनाडु के नीलगिरि जिले में दुर्घटनाग्रस्‍त हो गया है.इस हेलीकॉप्‍टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ (CDS), जनरल बिपिन रावत सहित 14 लोग सवार थे, इसमें पांच क्रू मेंबर शामिल हैं. हादसे में 13 लोगों की मौत हुई है जबकि बचने में सफल रहे एक शख्‍स का बुरी तरह से झुलसने के कारण इलाज किया जा रहा है. जनरल बिपिन रावत की हालत के बारे में अभी पता नहीं चल सका है. सीडीएस जनरल रावत के अलावा उनकी पत्‍नी, उनके डिफेंस असिस्‍टेंट, सुरक्षा कमांडोज और भारतीय वायुसेना के जवान हेलीकॉप्‍टर में सवार थे.

भारतीय वायुसेना ने ट्विटर पर इस बात की पुष्टि की है कि चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ इस हेलीकॉप्‍टर में थे. उन्‍होंने आज सुबह दिल्‍ली से सुलुर के लिए फ्लाइट ली थी. ट्वीट में कहा गया है, ‘वायुसेना के Mi-17V5 हेलीकॉप्‍टर,जिसमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत सवार थे आज कूनूर (तमिलनाडु ) के निकट दुर्घटनाग्रस्‍त हो गया. दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच का आदेश दिया गया है. ‘

दुर्घटना की सबसे पहले जानकारी दोपहर 12.20 बजे मिली. केटेरी गांव के ग्रामीणों ने defence establishment को यह जानकारी मिली जिन्‍होंने जिला प्रशासन को इससे सूचित किया. Mi सीरीज के हेलीकॉप्‍टर ने सुलुर आर्मी बेस से उड़ान भरी थी, इसके कुछ ही देर बाद यह नील‍गिरी में दुर्घटनाग्रस्‍त हो गया. यहे वेलिंगटन डिफेंस एस्‍टेब्लिशमेंट की ओर बढ़ रहा था. स्‍थानीय टीवी चैनल पर दुर्घटनास्‍थल की तस्‍वीरों में गहरे धुएं और आग के साथ हेलीकॉप्‍टर के मलबा भी दिखाई दे रहा है.मौके पर बचाव और राहत कार्य जारी है, लेकिन जंगली इलाका होने की वजह से इसमें मुश्किलें आ रही हैं. स्‍थानीय लोगों और पुलिसकर्मियों द्वारा बॉडीज को ले जाया रहा है.

गौरतलब है कि 63 वर्षीय जनरल रावत ने जनवरी 2019 में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ का कार्यभार संभाला यह पद देश की तीनों सेनाओं, थल सेना, नौसेना और वायुसेना को एकीकृत करने के उद्देश्‍य से सृजित किया गया, बाद में उन्‍हे नवनिर्मित, डिपार्टमेंट आफ मिलिट्री अफेयर्स का भी प्रमुख नियुक्‍त किया गया.