लखनऊ: आगरा के पारस हॉस्पिटल को सीज कर दिया गया है. इसी हॉस्पिटल का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें ऑक्सीजन की कमी के मॉकड्रिल के दौरान 22 लोगों की मौत का दावा किया जा रहा है. फिलहाल, पूरे मामले की जांच की जा रही है. हॉस्पिटल को सीज करने के साथ ही संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.

पारस हॉस्पिटल को सीज करने के आदेश जिलाधिकारी आगरा ने दे दिए हैं. यह आदेश मौके पर करीब 2 घंटे जांच करने के बाद जारी किए गए हैं. पारस हॉस्पिटल के संचालक डॉ अरिंजय जैन के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा कायम होगा. यह मुकदमा उनके द्वारा वीडियो में मोदीनगर में ऑक्सीजन खत्म होने की भ्रामक सूचना के कारण दर्ज किया जाएगा.

हॉस्पिटल में 55 मरीज भर्ती हैं. मौके पर सीएमओ आगरा को बुला लिया गया है और हॉस्पिटल के सभी मरीजों को उचित हॉस्पिटल में शिफ्ट कराने की कार्यवाही शुरू हो रही है. इस पूरी घटना पर लखनऊ से लेकर आगरा तक हड़कंप मचा हुआ है. लखनऊ से पूरी घटना की जांच की मॉनीटरिंग की जा रही है. अभी हॉस्पिटल को सीज किया गया है.

आगरा प्रशासन ने 25 मई से से लेकर 27 मई तक के बीच ऑक्सीजन सिलेंडर का स्टेटस जारी किया है. प्रशासन के मुताबिक 25 अप्रैल को आपूर्तित सिलेंडर की संख्या 149 था, वहीं 20 सिलेंडर रिजर्व रखे गए थे. 26 अप्रैल को 121 आपूर्तित सिलेंडर थे, वहीं 15 सिलेंडर रिजर्व रखे गए थे. 27 अप्रैल को 117 सिलेंडर थे, वहीं 16 सिलेंडर रिजर्व रखे गए थे.

आगरा के पारस हॉस्पिटल के मालिक डॉ. अरिंजय जैन का एक वीडियो सामने आया है. इसमें डॉक्टर को ये कहते हुए सुना जा रहा है कि 26 अप्रैल को अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ गई थी. इस वजह से 5 मिनट के लिए ऑक्सीजन सप्लाई बंद कर दी. इससे 22 मरीजों की मौत हो गई. इस मामले में डॉ. अरिंजय ने ये तो माना है कि आवाज उन्हीं की है, लेकिन वो सारे आरोपों को खारिज करते हैं.

इस पूरे मामले पर यूपी के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. उन्होंने कहा, “पारस अस्पताल में ऑक्सीजन उपलब्ध कराने में समस्या की शिकायत मिली है. जांच की जा रही है और जांच पूरी होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.”